सिंडिकेट बैंक के कोलकाता क्षेत्र ने इस साल कर्ज के रूप में दी जानेवाली राशि में इस साल 25 से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी की योजना बनाई थी और साथ ही बैंक स्वयं सहायता समूह को दिए जानेवाले कर्ज में भी 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की योजना पर काम कर रहा था।
सिंडीकेट बैंक के कोलकाता क्षेत्र में पश्चिम बंगाल के अलावा उत्तर-पूर्व केराज्य शामिल हैं। बैंक के क्षेत्रीय प्रमुख और प्रबंध निदेशक के देवनंद उपाध्याय ने बताया कि पिछले साल कृषि क्षेत्र से आनेवाला कुल एडवांस 100 करोड़ रुपये के आसपास रहा जबकि माइक्रो और लघु उद्योगों को कर्ज 240 करोड रुपये के आसपास रहा।
पिछले साल प्राथमिक क्षेत्र को दिया जाने वाला कर्ज मोटे तौर पर 700 करोड रुपये रहा। बैंक पहले से ही मुर्शिदाबाद जिले के बेहरामपुर स्थित रूरल डेवलपमेंट एंड ट्रेनिंग इंस्टीटयूट ( आरयूडीएसइटीआई) के तहत महिला स्वंय सहायता समूह के साथ काम कर रहा था जिसके तहत छोटे कारोबारियों को रोजागारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया गया। बैंक साल दर साल के हिसाब से कोलकाता क्षेत्र में होनेवाले पूरे कारोबार से 20 प्रतिशत विकास का लक्ष्य रखा था।
इस वर्ष 30 जून 2008 तक बैंक ने इस क्षेत्र में कुल 5000 हजार करोड रुपये का कारोबार किया जिसमें डिपॉजिट और एडवांस का योगदान क्रमश: 321 करोड रुपये और 1780 करोड रुपये था जबकि पूरे कारोबार में पश्चिम बंगाल का योगदान 70 प्रतिशत केसाथ 3500 करोड रुपये था। बैंक के इस क्षेत्र में 103 शाखाएं हैं जिनमें से 65 प्रतिशत शाखाएं ग्रामीण क्षेत्र में हैं जबकि मात्र 38 प्रतिशत शाखाएं महानगरों में हैं। बैंक ने महिलाओं द्वारा बैंक में खाता खुलवाने की योजना पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है।
पिछले दो महीनों में सिंडीकेट बैंक के कोलकाता क्षेत्र में 20,000 महिलाओं ने अपने खाते खुलवाएं हैं जिसमें कि 70 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों से आती हैं। उपाध्याय ने कहा कि अगले तीन महीनों में हम इसी तरह की 10,000 और खातें खोलेंगे। बैंक का लक्ष्य पूरे देश में इस तरह के 5,00000 खाते खोलने का लक्ष्य रखा था। अपने बीमा योजना के अनुसार सिंडीकेट बैंक ने जीवन बीमा निगम ( एलआईसी) के साथ मिलकर अपने सिंड सुरक्षा ग्रुप लाइफइंश्योरेंस प्लान के तहत 30,000 बीमा धारकों को जोड़ने का लक्ष्य रखा था।