लीमन ध्वस्त हो गया। मेरिल लिंच बिक गया। अमेरिका और ब्रिटेन के कई बैंकों ने सैकड़ों की संख्या में अपने कर्मचारियों की कटौती कर दी। लेकिन इससे भारत के सार्वजनिक बैंक अछूते नजर आ रहे हैं। कम से कम भारतीय स्टेट बैंक में होने जा रही रिकार्ड नियुक्ति को देखकर तो ऐसा ही लगता है। जी हां, स्टेट बैंक आगामी नवंबर महीने में पूरे देश भर के लिए 20,000 सहायकों की भर्ती करने जा रहा है। इस नियुक्ति के सिलसिले में लिखित परीक्षा की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है और अब सिर्फ साक्षात्कार की प्रक्रिया बाकी है। 12 अक्तूबर से साक्षात्कार का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। देश में पहली बार लगभग 80 हजार छात्रों का साक्षात्कार होने जा रहा है।
एसबीआई के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, ‘इतनी बड़ी रिक्तियां पहली बार आयी थीं। संख्या के लिहाज से यह ऐतिहासिक नियुक्ति होगी।’ भर्ती के लिए विज्ञापन गत मई महीने में जारी किया गया था। पूरे देश भर में लगभग 24 लाख उम्मीदवार लिखित परीक्षा में शामिल हुए। उम्मीदवारों की इतनी विशाल संख्या को देख भर्ती बोर्ड ने दो दिन 6 एवं 13 जुलाई को लिखित परीक्षा का आयोजन किया। अमूमन इस प्रकार की परीक्षा एक दिन ही आयोजित होती है।
एसबीआई के अधिकारियों के मुताबिक वर्ष 2010 तक एसबीआई में हजारों की संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत हो रहे हैं और आने वाले सालों में बैंक सैकड़ों नयी शाखाएं खोलने जा रहा हैं। साथ ही पिछले पांच सालों में सहायक पद के लिए कोई भर्ती नहीं होने के कारण भी इतनी बड़ी संख्या में नियुक्ति होने जा रही है। अधिकारी कहते हैं, ‘अमेरिकी बैंक कमजोर हो रहे हैं। एशिया के अन्य देशों में भी बैंकिंग क्षेत्र का बुरा हाल है। मंदी के इस दौर में सबसे अधिक गाज बैंकों पर गिरी है। पर भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में ऐसा कोई संकट दूर–दूर तक नहीं है।