आईसीआईसीआई बैंक के प्रमुख के. वी. कामत ने कहा – जो बुरा होना था, वह हो चुका लेकिन हम सतर्क रहेंगे और किसी भी तरह की अफवाह से समुचित तरीके से निपटा जाएगा।
आईसीआईसीआई बैंक ने एक दिन पहले उन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था, जिन्हें वह अफवाह फैलाने के लिए जिम्मेदार मानता है। इसके बाद मुंबई पुलिस ने एक स्पेशल टीम का गठन किया है, जो इस मामले की जांच करेगी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) राकेश मिश्रा ने बताया कि बैंक की ओर से 22 पन्नों का अरोप पत्र दायर किया गया है, लेकिन उसमें किसी व्यक्ति के नाम का उल्लेख नहीं है। हालांकि बैंक की प्रतिष्ठा को आंच पहुंचाने के मकसद से संदेश जारी करने की बात शिकायत पत्र में कही गई है।
उन्होंने बताया कि हम इस बात की जांच करेंगे कि इस संदेश के पीछे किसी तरह का षडयंत्र तो नहीं है। मिश्रा ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए आर्थिक अपराध विंग के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में एक दल का गठन किया गया है, जिसे साइबर क्राइम सेल के अधिकारी भी मदद करेंगे।
पिछले कुछ हफ्तों में बैंक की वित्तीय हालत के बारे में फैली अफवाहों के मद्देनजर आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। शुक्रवार को इसमें 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।
कामत ने कहा – हमारा दृष्टिकोण सही सिध्द हुआ कि कुछ निहित स्वार्थ बैंक के खिलाफ काम कर रहे हैं लेकिन सबसे अच्छी बात यह है कि हर चीज का परिप्रेक्ष्य स्पष्ट हो गया। वैश्विक रेटिंग एजेंसियों मूडीज और स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने भी हमारे दृष्टिकोण की पुष्टि की।