भारत की दूसरा सबसे बड़ा प्राइवेट कर्जदाता बैंक आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank ) ने शनिवार को पहली तिमाही में उम्मीदों से बेहतर परफॉर्मेंस दिखाया। बैंक के उच्च ब्याज आय और लोन में बढ़ोतरी ने नेट प्रॉफिट में रिकॉर्ड मजबूती दर्ज करने में मदद की।
ICICI Bank ने 30 जून को समाप्त वित्त वर्ष-24 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून तिमाही) का रिजल्ट जारी कर दिया है। बैंक ने फाइलिंग में बताया कि Q1F24 में इसका नेट प्रॉफिट 39.7 फीसदी बढ़कर 9,648 करोड़ रुपये हो गया।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, Refinitiv IBES के डेटा से पता चलता है कि विश्लेषकों ने अनुमान लगाया था कि बैंक 918 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज करेगा। लेकिन बैंक द्वारा फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक, बैंक का नेट प्रॉफिट अनुमान से कहीं ज्यादा निकला।
रॉयटर्स ने बताया कि बैंक की शुद्ध ब्याज आय (net interest income-NII) 38% बढ़कर 182.27 अरब रुपये हो गई क्योंकि ICICI का शुद्ध ब्याज मार्जिन (net interest margin) एक साल पहले के 4.01% से बढ़कर 4.78% हो गया।
मुंबई की कर्जदाता बैंक के टोटल एडवांस में 20.6% की वृद्धि हुई, जिसका मुख्य कारण रिटेल लोन था, जबकि जमा (deposits) में 17.9% की वृद्धि हुई।
पिछले साल मई से ब्याज दरों में 25% की बढ़ोतरी के बावजूद, भारत में लोन वृद्धि हाल के महीनों में दोहरे अंकों में रही है।
बैंकों ने सख्त लिक्विडिटी कंडीशन के बीच अपने डिपॉजिट बेस को मजबूत करने के साथ-साथ अपनी बैलेंस शीट को साफ करने पर भी ध्यान दिया है।
भारत के सबसे बड़े प्राइवेट कर्जदाता HDFC Bank ने इस सप्ताह अप्रैल-जून तिमाही के लिए लोन में 15.8% और जमा में 19.2% की वृद्धि दर्ज की।
ICICI Bank की एसेट क्वालिटी स्थिर थी, इसका सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (NPA) अनुपात जून के अंत तक 2.76% था, जबकि मार्च के अंत में यह 2.81% था।
बैंक के नेट NPA में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसका शुद्ध एनपीए अनुपात (net NPA ratio ) तिमाही आधार पर (QoQ) 0.48% पर बरकरार रहा।