आर पी ढींगरा ने हाल में महसूस किया कि बैंकिंग कहीं भी जगह मुफ्त नहीं है। हर जगह आपको जेब हल्की करनी पड़ती है।
लगभग तीन महीने पहले जब ढींगरा अपने मित्र के खाते में राशि जमा कराने के लिए एचडीएफसी बैंक पहुंचे तो उन्हें 100 रुपये फीस जमा करनी पड़ी। आज सरकारी बैंकों सहित अधिकांश बैंक कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (सीबीएस) के तहत थर्ड-पार्टी नकद जमा करने की सुविधा पर फीस ले रहे हैं।
अब आप जब भी किसी नॉन-होम ब्रांच पर नकद राशि जमा कराने जाएं तो कुछ अतिरिक्त रुपये साथ रखें। सीबीएस प्रणाली की तहत किसी खाताधारक को अपने खाते में तत्काल नक द राशि जमा क राने की सुविधा प्रदान करती है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि राशि कहां और किस शाखा में जमा की जाती है।
सीबीएस पर लगने वाली फीस पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ कार्यकारी ने कहा कि शुरूआत में सीबीएस प्रणाली बिलकुल फ्री थी। आज जब सारी शाखाएं सीबीएस से जुड़ चुकी हैं तो इसकी लागत को देखते हुए फीस लेना शुरू किया गया है।
एक निजी बैंक के कार्यकारी ने कहा कि सीबीएस प्रणाली से ग्राहकों को काफी फायदा हुआ है और फीस का लागू किया जाना बिल्कुल तर्कसंगत है। आने वाले दिनों में कुछ और बैंकों द्वारा इस तरह केकदम उठाए जाने की संभावना है।