प्रतीकात्मक तस्वीर
बैंक इस वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में राजकोषीय लाभ अर्जित कर सकते हैं। बाजार के भागीदारों के अनुसार अभी तक ऋण खंड में मजबूत धन प्रवाह की वजह से इस तिमाही में सरकारी बॉन्ड की यील्ड में नरमी आई है। इसलिए बैंकों का राजकोषीय लाभ हासिल करना तय है।
बीते सप्ताह 10 वर्षीय बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड की यील्ड 8 आधार अंक गिरकर 6.62 फीसदी हो गई थी। यह 30 नवंबर, 2024 के बाद के बीते चार माह में सर्वाधिक सप्ताहिक गिरावट थी। इस अवधि में 5 वर्षीय बॉन्ड की यील्ड 22 आधार अंक, जबकि 14 वर्षीय बॉन्ड की यील्ड 11 आधार अंक गिर गई थी। एक निजी बैंक के ट्रेजरी प्रमुख ने बताया, ‘ यील्ड महत्त्वपूर्ण रूप से गिरने कारण बैंक मार्क टु मार्केट लाभ अर्जित करेंगे।’ उन्होंने बताया, ‘लाभ कमाने के लिए ट्रेजरी इंतजार करेंगे क्योंकि आने वाले समय में यील्ड में 3-4 आधार अंक की और गिरावट हो सकती है।’
तीसरी तिमाही में बेंचमार्क यील्ड स्थिर थी और केवल 1 आधार अंक बढ़ी थी, जबकि दूसरी तिमाही में बेंचमार्क यील्ड 25 आधार अंक कम हुई थी। बीते सप्ताह सरकारी प्रतिभूतियों को पूर्णत: सुलभ मार्ग (एफएआर) के जरिये 8,560 करोड़ रुपये का शुद्ध विदेशी निवेश हासिल हुआ। विदेशी निवेशकों ने शुक्रवार को 644 करोड़ रुपये की शुद्ध एफएआर प्रतिभूतियां खरीदी थीं।
मार्च में घरेलू ऋण बाजार में शुद्ध विदेशी निवेश प्राप्ति अगस्त 2024 के बाद से सर्वाधिक थी। विदेशी निवेशकों ने 19 मार्च तक 8,497 करोड़ रुपये मूल्य की घरेलू प्रतिभूतियां शुद्ध रूप से खरीदी थीं।
एक सरकारी बैंक के ट्रेजरी प्रमुख ने बताया, ‘जून में ब्याज कटौती की उम्मीदें बढ़ने के कारण अधिक धन का प्रवाह हुआ और बैंकों के एमटीएम पोर्टफोलियो से बॉन्ड हटाकर बैंकों ने भारतीय रिजर्व बैंक के ओपन मार्केट ऑपरेशंस (ओएमओ) नीलामी की बदौलत कुछ लाभ अर्जित किया।’