Lok Sabha Elections: लोक सभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को हुए मतदान में महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। वर्ष 2019 के आम चुनाव में इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से अधिक रहा। इस बार चुनाव के पहले चार चरणों में मतदान करने में पुरुषों ने बाजी मारी, लेकिन पांचवें चरण में वोट डालने में महिलाएं आगे निकल गईं।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार लोक सभा चुनाव के तहत 20 मई को पांचवें चरण के लिए कुल 62.20 प्रतिशत मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को संशोधित आंकड़े जारी कर यह जानकारी दी।
निर्वाचन आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक इस चरण में 63 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने वोट डाले, जबकि 61.48 प्रतिशत पंजीकृत पुरुष मतदाता ही वोट डालने के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंचे।
पांचवें चरण के तहत छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर मतदान हुआ था, जहां 4.69 करोड़ पुरुष, 4.26 करोड़ महिलाएं और तृतीय लिंग के 5409 मतदाता सहित 8.95 करोड़ से अधिक लोग मतदान करने के पात्र थे। बिहार, झारखंड, लद्दाख, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में मतदान प्रक्रिया में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की भागीदारी अधिक रही।
उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण में 14 सीटों पर मतदान हुआ। इसमें वोट डालने वाली महिलाओं की संख्या 58.51 प्रतिशत रही, जबकि राज्य के 57.60 प्रतिशत पुरुषों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
अमेठी में जहां वोट डालने वाली महिलाओं की संख्या 57.75 प्रतिशत रही, वहीं यहां के 51.26 प्रतिशत पुरुषों ने वोट डाले। पहले चार चरणों में महिलाओं के मुकाबले पुरुषों ने अधिक मतदान किया।
बिहार और झारखंड में पुरुष-महिला मतदान प्रतिशत का अंतर बहुत अधिक था। बिहार में जहां पात्र पुरुष मतदाताओं में से 52.42 फीसदी पुरुषों ने मतदान किया, वहीं महिलाओं का मतदान प्रतिशत 61.58 रहा। राज्य की हाजीपुर, समस्तीपुर, मधुबनी, सारण और सीतामढ़ी जैसी सीटों पर पांचवें चरण में वोट डाले गए थे।
मधुबनी के आंकड़े चौंकाने वाले हैं, जहां 60.08 प्रतिशत महिलाओं ने वोट डाले जबकि यहां वोट डालने वाले पुरुषों का प्रतिशत केवल 46.66 ही रहा। इसी तरह, झारखंड में 58.08 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया, जबकि महिलाओं में मतदान प्रतिशत 68.65 रहा। पश्चिम बंगाल में तृतीय लिंग श्रेणी में पंजीकृत अधिकतम 38.22 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया।