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सरकार के सिर पर चढ़ेगा कर्ज का बोझ

Last Updated- December 10, 2022 | 9:27 PM IST

सरकार अपने बढ़ते सार्वजनिक व्यय को पूरा करने के लिए अगले वित्त वर्ष की पहली छमाही में 40,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त उधारी लेगी।
ऋण जुटाने के कार्यक्रम के तौर-तरीकों पर विचार करने के लिए रिजर्व बैंक में बैठक के बाद आर्थिक मामलों के सचिव अशोक चावला ने आज कहा कि सकल उधारी 2,41,000 करोड़ रुपए होगी। इसमें परिपक्व बांड की वापसी की अदायगी के लिए कोष शामिल है। बैठक में रिजर्व बैंक का नेतृत्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने किया।
वर्ष 2009-10 के अंतरिम बजट के तहत सरकार ने वित्त वर्ष के दौरान 3,00,000 करोड़ रुपए का कर्ज लेने का प्रस्ताव किया था। बाजार उधारी कार्यक्रम के बारे में विस्तृत ब्यौरा देते हुए सुब्बाराव ने बताया कि पहली तिमाही में हर महीने 48,000 करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे जबकि दूसरी तिमाही में हर महीने 32,000 करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे।

First Published - March 26, 2009 | 3:54 PM IST

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