सालाना औद्योगिक सर्वे (एएसआई) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का कुल शुद्ध मूल्यवर्धन (एनवीए) के अनुपात में मुनाफे की हिस्सेदारी महामारी के पहले की अवधि 2019-20 की तुलना में ज्यादा रही है। वहीं इस अवधि के दौरान श्रमिकों को दिए जाने वाले वेतन और भत्तों का हिस्सा महामारी के पहले के स्तर से नीचे रहा है।
वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 2021-22 की तुलना में एनवीए में मुनाफे के हिस्से में कमी और वेतन का हिस्सा बढ़ने के बावजूद ऐसी स्थिति है। विशेषज्ञ फैक्टरी मालिकों और शेयरधारकों द्वारा कमाए गए मुनाफे और श्रमिकों के वेतन में हुए इस बदलाव की वजह उत्पादन के पूंजी केंद्रित होने और रोजगार में वृद्धि सुस्त रहने को मान रहे हैं।
एनवीए में मुनाफे की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 51.9 प्रतिशत हो गई है, जो वित्त वर्ष 2019-20 में 38.7 प्रतिशत थी। वहीं इस अवधि के दौरान एनवीए में वेतन की हिस्सेदारी घटकर 15.9 प्रतिशत हो गई है, जो पहले 18.9 प्रतिशत थी।