रिजर्व बैंक ने रिवर्स रेपो के जरिये बैंकों से आज 1,44,913 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। यह दिखलाता है कि देश की बैंकिंग व्यवस्था में पैसों की कमी नहीं है।
जिन बैंकों के पास अच्छी-खासी जमा रकम है, उन्होंने रिजर्व बैंक के पास लिक्विड एडजस्टमेंट फैसिल्टी (एलएएफ) के तहत 1,47,315 करोड़ रुपये रखने के लिए 58 बोलियां लगाई थीं।
मौजूदा नकदी स्थिति को ध्यान में रखते हुए रिजर्व बैंक ने आज से सिर्फ एक एलएएफ की शुरुआत करने का फैसला किया। अगले एलएएफ की शुरुआत बैंक, रिपोर्टिंग शुक्रवारों को ही करेगा।
रिपोर्टिंग शुक्रवार के दिन बैंकों के लिए रिजर्व बैंक को नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) और वैधानिक नकदी अनुपात (एसएलआर) के बारे में बताना जरूरी होता है। आरबीआई, एलएएफ का दूसरा सत्र सितंबर, 2008 से चला रहा है।
बैंक हर रोज रिजर्व बैंक के पास एलएएफ के जरिये एक लाख करोड़ रुपये जमा कर रहे हैं। कर्ज की मांग की स्थिति इस वक्त ठीक-ठाक चल रही है। हालांकि, बैंकों को कर्ज देने में दिक्कत हो रही है।
