भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मासिक बुलेटिन के मुताबिक जुलाई में नियामक ने 6.93 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा की शुद्ध खरीदारी की है। माह के दौरान जुलाई में रिजर्व बैंक ने 23.56 अरब डॉलर खरीदा है, जबकि 16.63 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा की बिक्री की है।
केंद्रीय बैंक ने जून में हाजिर बाजार में 2.10 अरब डॉलर की शुद्ध बिक्री की थी। जुलाई 2023 में उसने 3.47 अरब डॉलर की शुद्ध खरीद की थी। इसके पहले के वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक ने 41.27 अरब डॉलर की शुद्ध खरीदारी की थी।
जुलाई के आखिर में रिजर्व बैंक की शुद्ध आउटस्टैंडिंग फॉरवर्ड सेल्स 9.10 अरब डॉलर थी, जो जून में 15.83 अरब डॉलर थी। आंकड़ों से पता चलता है कि 13 सितंबर को समाप्त सप्ताह में फॉरवर्ड बुक को छोड़कर कुल विदेशी मुद्रा भंडार 689 अरब डॉलर था।
13 सितंबर को समाप्त सप्ताह में कुल विदेशी मुद्रा भंडार 22.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 689.46 अरब डॉलर हो गया, जो स्वर्ण भंडार में वृद्धि के बीच एक नया उच्च स्तर है।
विदेशी मुद्रा संपत्तियां 51.5 करोड़ डॉलर घटी हैं। यह भंडार 2023-24 के लिए 12 महीने से अधिक के आयात के बराबर है और मार्च 2024 के अंत में बकाया कुल विदेशी ऋण के 103 प्रतिशत से अधिक है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2024 में अब तक 67 अरब डॉलर बढ़ा है। यह विदेशी मुद्रा भंडार रखने वाले देशों में चीन के बाद दूसरा शीर्ष स्तर है।