RBI MPC Meet: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश में लगातार बढ़ रही बैंकिंग फ्रॉड (Banking Fraud) पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। आरबीआई ने शुक्रवार को एमपीसी बैठक के बाद कहा कि साइबर धोखाधड़ी से लोगों को बचाने के लिए बैंकों और नॉन-बैंकिंग कंपनियों को एक स्पेशल ‘डोमेन नेम’ दिया जाएगा।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बैठक के बाद कहा कि डिजिटल धोखाधड़ी में वृद्धि चिंता का विषय है। इसके लिए सभी को जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ”साइबर धोखाधड़ी रोकने के लिए बैंकों का एक स्पेशल डोमेन ‘एफआईएन.इन’ दिया जाएगा। इसका रजिस्ट्रेशन अप्रैल में शुरू होगा।
गवर्नर ने कहा, ”साइबर धोखाधड़ी रोकने के लिए बैंकों को स्पेशल डोमेन नाम ‘bank.in‘ और नॉन-बैंकिंग कंपनियों को ‘fin.in‘ नाम से डोमेन नेम दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि इस बैंकिंग फ्रॉड पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।
आरबीआई ने कहा कि फाइनेंशियल सर्विसेज के तेजी से डिजिटलीकरण से सुविधा और एफिशियंसी आई है। हालांकि, साथ ही साइबर खतरों और डिजिटल जोखिमों का रिस्क भी बढ़ गया है। इनमें दिन बर दिन बढ़ोतरी हो रही है।
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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार, 7 फरवरी को रीपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। अब रीपो रेट 6.5% से घटकर 6.25% हो गया है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है।
मल्होत्रा ने कहा कि मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने यह निर्णय इसलिए लिया क्योंकि महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है और आगे भी इसके और घटने की संभावना है। उन्होंने यह भी बताया कि शहरी क्षेत्रों में मांग अभी भी कमजोर बनी हुई है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ता मांग में सुधार देखने को मिल रहा है।