भारतीय रिजर्व बैंक को ओवरनाइट वैरिएबल रेट रीपो (वीआरआर) नीलामी की 1 लाख करोड़ रुपये अधिसूचित राशि के लिए मंगलवार को 1.52 लाख करोड़ रुपये की बोली मिली है। केंद्रीय बैंक ने 6.73 प्रतिशत भारित औसत दर पर 1 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक बैंकिंग व्ययवस्था में नकदी की कमी सोमवार को बढ़कर 1.22 लाख करोड़ रुपये हो गई। बैंकिंग व्यवस्था में नकदी में उतार चढ़ाव को देखते हुए रिजर्व बैंक द्वारा की गई वीआरआर नीलामी की भारी मांग रही। मंगलवार को भारित औसत मनी मार्केट रेट (एमएमआर) गिरकर 6.66 प्रतिशत पर आ गया, जो शुक्रवार को 6.77 प्रतिशत था।
शुक्रवार को केंद्रीय बैंक ने 3 वीआरआर नीलामी की थी, जिससे बैंकिंग व्यवस्था में नकदी की कमी की भरपाई हो सके। नकदी की कमी होने की वजह से भारित औसत एमएमआर बढ़कर मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (एमएसएफ) रेट से ऊपर हो गया था।
बहरहाल बाजार के हिस्सेदारों का अनुमान है कि निकट अवधि के हिसाब से नकदी की स्थिति घाटे में बनी रह सकती है, क्योंकि अप्रैल के पहले सप्ताह से वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार की उधारी शुरू होगी। इसकी वजह से केंद्रीय बैंक वीआरआर नीलामी जारी रह सकती है, जिससे ओवरनाइट मनी मार्केट रेट, रीपो रेट के आसपास रहे। रीपो रेट इस समय 6.50 प्रतिशत है।