भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकिंग प्रणाली को नकदी मुहैया कराने के लिए चार दिवसीय परिवर्तनीय दर रीपो (VRR) की दो नीलामी की। कुल नकदी की कमी 2 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचने के कारण यह नीलामी की गई। रविवार को प्रणाली में नकदी की कमी बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपये पहुंच गई थी।
केंद्रीय बैंक द्वारा एक दिन में पहली बार दो VRR की नीलामी शुक्रवार को हुई थी। इससे पहले 2 से 7 फरवरी के बीच छह परिवर्तनीय दर रिवर्स रीपो (VRRआर) नीलामी की गई थी। इन नीलामियों में 6 फरवरी और 7 फरवरी को दो एक दिवसीय VRRआर नीलामी भी शामिल थीं।
सरकारी बैंक के डीलर ने कहा, ‘पहली नीलामी के दौरान जबरदस्त मांग होने के कारण संभवत दूसरी नीलामी की गई है।’ उसने कहा, ‘हमें इस कारण की सही जानकारी नहीं मिल पाई कि क्यों उन्होंने दो नीलामी कीं। वे बड़ी ऱाशि की एक नीलामी भी कर सकते थे।’
पहली चार दिवसीय VRR नीलामी में आरबीआई को 1.23 लाख करोड़ रुपये की निविदाएं मिलीं जबकि अधिसूचित राशि 25,000 करोड़ रुपये थी। दूसरी नीलामी में 97,280 करोड़ रुपये की निविदा प्राप्त हुई।
बाजार के भागीदारों को उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक फिर कर की अदायगी होने की स्थिति में नकदी कम होने पर VRR की नीलामी करेगा। सरकारी बैंक के एक डीलर ने कहा, ‘उन्हें फरवरी में कम से कम एक VRR करना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘मार्च के बाद से नकदी की स्थिति को ध्यान में रखकर सरकारी खर्च किया जाएगा।’