आगामी चुनाव के मद्देनजर रेल मंत्री ने एक मनभावन बजट पेश किया है। इस लिहाज से रेल मंत्री लालू प्रसाद ने किराये और माल भाड़े में कटौती की है।
लोकसभा में लगभग दो घंटे के बजट भाषण के दौरान लालू प्रसाद ने इस वर्ष गैर उपनगरीय मेल एवं एक्सप्रेस तथा साधारण पैसेंजर गाड़ियों के प्रति यात्री 50 रुपये तक के किराए में एक रुपये की कमी करने की घोषणा की। रियायतों का सिलसिला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि लंबी दूरी के यात्रियों को और अधिक लाभ देने के लिए रेल मंत्री ने सभी मेल एक्सप्रेस और साधारण पैसेंजर गाड़ियों के 50 रुपये से अधिक के द्वितीय श्रेणी के किराए में पांच प्रतिशत की कमी करने की घोषणा की। किराए में कटौती का लाभ एयरकंडीशन श्रेणियों में यात्रा करने वाले लोगों को भी मिला है। एसी की हर श्रेणी में किराए में चार से सात प्रतिशत कटौती का ऐलान रेल मंत्री ने किया।
लालू प्रसाद ने एड्स रोगियों को इलाज के लिए मनोनीत एआरटी केंद्रों तक यात्रा करने के लिए दूसरे दर्जे के किराए में 50 प्रतिशत छूट देने की भी घोषणा की। किरायों में कटौती के बाद भी रेल मंत्री ने यात्री किराया में 18 प्रतिशत वृध्दि का अनुमान रखा है। 2005-06 की तुलना में वर्ष 2006-07 में यात्री किराया 14 प्रतिशत बढ़कर 17,224 करोड़ रुपये हो गया है। मंत्रालय के संशोधित आंकड़ों के मुताबिक इस साल किराए से 20,075 करोड़ रुपये की आमदनी का अनुमान लगाया है।
रेल विभाग ने नए ढंग से डिजाइन किए हुए कोच लाने का फैसला किया है, जो पहले की तुलना में अधिक क्षमता वाले होंगे। रेल मंत्री का कहना है कि किराए में की गई कमी की भरपाई इससे हो जाएगी। इन नए कोच में यात्रियों को ले जाने की क्षमता 72 से बढ़कर 84 हो जाएगी। एसी चेयरकार में भी सीटों की संख्या 67 से बढ़कर 102 हो जाएगी। वहीं एसी 3-टियर की क्षमता 64 से बढ़कर 81 और एसी 2-टियर में 46 से 48 और एसी प्रथम श्रेणी की क्षमता 18 से बढ़कर 22 हो जाएगी। रेल विभाग अनारक्षित कोचों में भी गद्देदार सीट लगाने की योजना बना रहा है। नए कोच में सीटों की क्षमता 4 से बढ़कर 6 हो जाएगी।
नए डिजाइन के कोच से किराए में 4 प्रतिशत की कमी सामान्य है। यह कमी हर सीजन के लिए की गई है। रेल विभाग ने यात्रियों की संख्या को देखते हुए 15 जनवरी से 15 अप्रैल तक 15 जुलाई से 15 सितंबर तक के मौसम को बेरुखा माना है। रेलवे के लिए व्यस्त सीजन में 16 अप्रैल से 14 जुलाई और 16 सितंबर से 14 जनवरी तक के लिए माना गया है।
नए डिजाइन किए गए एसी-3 और एसी चेयरकार कोचों में बेरुखे मौसम के दौरान किराए में 8 प्रतिशत की कमी और ब्यस्त मौसम में 4 प्रतिशत की कमी की गई है। एसी प्रथम श्रेणी में बेरुखे मौसम के दौरान किराए में 6 प्रतिशत और व्यस्त मौसम में 3 प्रतिशत की कमी की गई है। एसी-2 में व्यस्त मौसम में 2 प्रतिशत और बेरुखे मौसम में 4 प्रतिशत की कमी की गई है। लोकप्रिय ट्रेनों में पूरे साल 4 प्रतिशत की छूट रहेगी, इसमें एसी-2 में पूरे साल 2 प्रतिशत की छूट रहेगी। रेल मंत्री ने सुपर फास्ट चार्ज में भी 20 प्रतिशत की कमी करने की घोषणा की है।
इंटरनेट के जरिए टिकट बुक कराने को लोकप्रिय बनाने के लिए ई टिकटिंग पर स्लीपर श्रेणी में चार्ज 25 रुपये से घटाकर 15 रुपये और एसी में 40 रुपये से घटाकर 20 रुपये करने की घोषणा की है। इसके साथ ही इस तरह के टिकटों के बुकिंग पर प्रति यात्री 5 रुपये अधिभार लगेगा। हालांकि एक टिकट का स्लीपर पर अधिकतम 20 रुपये और एसी में अधिकतम 40 रुपये चार्ज निर्धारित किया गया है। साथ ही यात्रियों को रिजर्वेशन के बारे में ताजा जानकारी के लिए कंप्यूटर टर्मिनल लगाए जाएंगे।
भारत में लंबी दूरियों के सफर के लिए रेल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि यात्रियों को आकर्षित करने के लिए एयरलाइंस ने छूट का झुनझुना बजाया था। लेकिन लालू प्रसाद ने छूट का ऐसा नगाड़ा बजाया है कि इसे लोक-लुभावन बजट तक करार दिया गया।
वैसे भी मनमोहन सिंह की कांग्रेस पार्टी को पांच बड़े राज्यों में हुए चुनाव में मुंह की खानी पड़ी है। आगे भी पार्टी को 9 राज्यों के चुनाव और आम चुनाव में अपनी किस्मत आजमानी है। इस लिहाज से बजट को लोक-लुभावन बनाने पर काफी जोड़ दिया गया है।
रेल बजट पेश करते हुए अपने भाषण में लालू प्रसाद ने कहा कि उन्होंने लाखों लोगों की उम्मीदों और आशाओं का ख्याल रखते हुए यात्री किराये और माल भाड़े में कटौती की है।
अंग्रेजों के समय 16 अप्रैल 1853 को पहली बार मुंबई से ठाणे तक 21 मील की दूरी तय करने वाला भारतीय रेल आज अपने विकास के नए मुकाम पर है। वैसे भी एशिया में रेलवे क ी दास्तान भारत से ही शुरू होती है। आज 63000 किलोमीटर की दूरी तय करने वाला भारतीय रेल विश्व क े दूसरे सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में शुमार है। अपनी क्षमताओं के विस्तार के संदर्भ में फ्रेट कॉरिडोर और नये लाइन, गेज परिवर्तन और दोहरीकरण पर एक बड़ी राशि खर्च होगी। इस तथ्य की जानकारी रेलवे बजट के दस्तावेज से प्राप्त हुई है।
यात्री किराया
एक्सप्रेस और साधारण रेल भाड़े में प्रति 50 रुपये पर एक रुपये की कमी
50 रुपये से अधिक के द्वितीय श्रेणी किराए में 5 प्रतिशत की कमी
एसी की हर श्रेणी के किराए में 4-7 प्रतिशत की कमी
एड्स रोगियों को एआरटी सेंटर जाने के लिए दूसरे दर्जे के किराए में 50 प्रतिशत छूट