भारतीय रिजर्व बैंक की उदारीकृत धनप्रेषण योजना (LRS) के तहत विदेश भेजा जाने वाला धन अप्रैल में मामूली घटकर 2.33 अरब डॉलर रह गया है, जो मार्च में 2.96 अरब डॉलर था। मुख्य रूप से विदेश यात्रा घटने की वजह से ऐसा हुआ है।
अप्रैल के लिए रिजर्व बैंक की ओर से जारी बुलेटिन से पता चलता है कि अप्रैल में भारतीयों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर करीब 1.10 अरब डॉलर खर्च किए हैं, जबकि मार्च में 1.15 अरब डॉलर खर्च किए थे।
बहरहाल पिछले साल की समान अवधि की तुलना में LRS के तहत विदेश में धन प्रेषण अप्रैल में 15.23 प्रतिशत बढ़ा है।
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अंतरराष्ट्रीय यात्रा के बाद भारतीयों ने सबसे ज्यादा अपने नजदीकी लोगों के खर्च के लिए धन भेजा है और उसके बाद उपहार और विदेश में शिक्षा पर खर्च किया गया है।