बैंकिंग व्यवस्था में नकदी करीब 3 महीने बाद अधिशेष की स्थिति में पहुंच गई है। सरकारी खर्च में वृद्धि के कारण भारतीय रिजर्व बैंक ने सोमवार को बाजार से 40,000 करोड़ रुपये से ज्यादा वापस लिए हैं।
बहरहाल ट्रेजरी के अधिकारियों ने कहा कि यह स्थिति कम समय के लिए रहने की संभावना है क्योंकि कर के भुगतान और साल के अंत के लक्ष्यों के कारण फंड की मांग ज्यादा रहने की संभावना है।
हालांकि मंगलवार को कराई गई दो वैरिएबल रेट रिवर्स रीपो (वीआरआरआर) नीलामी पर सुस्त प्रतिक्रिया मिली है।
रिजर्व बैंक ने सुबह की वीआरआरआर नीलामी में एक लाख करोड़ रुपये लेने की पेशकश की थी, लेकिन उसे 72,840 करोड़ रुपये की पेशकश मिली और दोपहर बाद की वीआरआरआर नीलामी प्रतिक्रिया और सुस्त हो गई और बाजार हिस्सेदारों ने 75,000 करोड़ रुपये अधिसूचित राशि के बदले सिर्फ 11,185 करोड़ रुपये की पेशकश की।