जुलाई 2025 में भारत का निर्यात 7.29 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 37.24 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जबकि इसी महीने व्यापार घाटा 27.35 अरब डॉलर दर्ज किया गया। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल जुलाई में निर्यात 34.71 अरब डॉलर रहा था। वहीं, आयात में भी 8.6 प्रतिशत की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह जुलाई महीने में बढ़कर 64.59 अरब डॉलर हो गया।
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अप्रैल से जुलाई 2025-26 की अवधि में भारत का कुल निर्यात 3.07 प्रतिशत बढ़कर 149.2 अरब डॉलर हो गया, जबकि इसी अवधि में आयात 5.36 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 244.01 अरब डॉलर तक पहुंच गया।
इस बढ़ते व्यापार घाटे के पीछे कच्चे तेल, सोना और अन्य आवश्यक वस्तुओं के आयात में इजाफा एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है। हालांकि, निर्यात में आई बढ़ोतरी को वैश्विक मांग में सुधार और भारत की प्रतिस्पर्धात्मकता के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। सरकार ने निर्यातकों को और अधिक समर्थन देने तथा व्यापार संतुलन बेहतर बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम करने की बात कही है।