भारतीय रेल ने 1 अप्रैल 2007 से 29 फरवरी 2008 के बीच करीब 64,032.18 करोड़ रुपये का लाभ कमाया है। यह 2006-07 की समान अवधि के 56,013.42 करोड़ रुपये से 14.32 प्रतिशत अधिक है।
रेल मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक मालभाड़े से कुल कमाई 14.07 प्रतिशत बढ़कर 43,300.89 करोड़ रुपये हो गई है। यह कमाई 2006-07 में 37,958.20 करोड़ रुपये थी।
रेल मंत्री ने रेल बजट 2008-09 में 2007-08 के 7850 लाख टन की तुलना में मालढुलाई 7900 लाख टन करने का लक्ष्य रखा था।
साथ ही माल भाड़े से कमाई का अनुमान पिछले साल के 33,447 करोड़ रुपये से 8.2 प्रतिशत बढ़कर 47,743 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया था।
2007-08 के पहले 10 महीनों में यात्री किराए से कुल आमदनी 17,934.67 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
पिछले साल के 15,497.36 करोड़ रुपये की तुलना में इसमें 15.73 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रेल मंत्री ने बजट अनुमानों को संशोधित करते हुए 2007-08 में 20,075 करोड़ रुपये की कमाई का अनुमान लगाया है।
पिछले साल की तुलना में इसमें 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बहरहाल अन्य कोचों से राजस्व आय अप्रैल 2007 से फरवरी 2008 के बीच 609.92 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की तुलना में इसमें 9.34 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
विभाग की विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि अप्रैल 2007 से फरवरी 2008 के बीच यात्रियों की बुकिंग के माध्यम से 609.92 करोड़ रुपये की कमाई हुई। पिछले साल यह 580.11 करोड़ रुपये थी।
कस्बाई इलाकों में यात्रियों की बुकिंग में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ यह संख्या 337.27 करोड़ रही। अन्य क्षेत्रों में यात्रियों की बुकिंग में 5.31 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।