भारत ने हाल ही में 24 जुलाई को यूनाइटेड किंगडम (यूके) के साथ हस्ताक्षरित व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (CETA) के तहत ब्रिटेन से आयातित कई वस्तुओं पर टैरिफ (आयात शुल्क) में छूट देने का ऐलान किया है। इनमें पेस्ट्री, कुत्ते-बिल्ली का भोजन, कास्मेटिक उत्पाद और माइक्रोवेव ओवन जैसे उपभोक्ता सामान शामिल हैं। हालांकि भारत ने चाय, कॉफी, सोना और सॉसेज जैसे संवेदनशील क्षेत्रों को इस छूट से बाहर रखा है, ताकि घरेलू किसानों और उद्योगों के हितों की रक्षा की जा सके।
इस समझौते के तहत भारत ने लगभग 90% ब्रिटिश वस्तुओं पर आयात शुल्क में कटौती या समाप्ति की प्रतिबद्धता जताई है। हालांकि, ये छूट विभिन्न क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएंगी, ताकि भारतीय उद्योगों को प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार होने का समय मिल सके।
ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) के संस्थापक अजय श्रीवास्तव के अनुसार, “समझौता चॉकलेट से लेकर इंडस्ट्रियल इनपुट तक की विस्तृत श्रेणियों में चरणबद्ध छूट देता है, जबकि चाय, कॉफी और सोना जैसे संवेदनशील उत्पादों को इससे बाहर रखा गया है।”
ब्रिटेन से आयातित विस्की, वोडका और जिन जैसे अल्कोहलिक ड्रिंक्स पर राहत केवल USD 6 प्रति 750ml से ऊपर के प्रीमियम ब्रांड्स को ही मिलेगी।
CETA के लागू होने में लगभग एक वर्ष का समय लगेगा क्योंकि इसे ब्रिटिश संसद से अनुमोदन प्राप्त होना आवश्यक है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)