facebookmetapixel
Vedanta की झोली में आई जयप्रकाश एसोसिएट्स, ₹17,000 करोड़ में हुई खरीदारी; रेस में अदाणी ग्रुप रह गई पीछेIFCI ने ACCIL के 869 करोड़ रुपये के बैड लोन बेचने की तैयारी की, ₹50 करोड़ की एंकर बोली मिलीTesla ने मुंबई शोरूम से शुरू की कार डिलीवरी, महाराष्ट्र के मंत्री प्रताप सरनाईक बने पहले आधिकारिक ग्राहकलखनऊ की सड़कों पर प्रदूषण और ट्रैफिक से राहत के लिए इलेक्ट्रिक बसों की संख्या 10 गुना बढ़ाने की जरूरत‘हमनें भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया’, टैरिफ थोपने के बाद बोले ट्रंप, साजिश रचने का लगाया आरोपभारत रूस से आगे भी तेल खरीदता रहेगा, ऊर्जा सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता: निर्मला सीतारमणMarket This Week: GST रिफॉर्म्स से बाजार ने ली राहत, सेंसेक्स-निफ्टी 1% से चढ़े; निवेशकों की वेल्थ ₹7.27 लाख करोड़ बढ़ी25 साल में ₹1 करोड़ का फंड! बेंगलुरु के एक 53 वर्षीय शख्स ने कम कमाई में भी कैसे बनाई इतनी बड़ी पूंजी?PM-Kisan योजना की 21वीं किस्त से कई किसान होंगे वंचित: जानें किन किसानों के खाते में नहीं गिरेंगे ₹2,000ITR Filing 2025: गलत ITR फाइल कर दिया? Revised Return और ITR-U से ऐसे करें गलती का सुधार

भारत रूस से आगे भी तेल खरीदता रहेगा, ऊर्जा सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता: निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत रूस से तेल खरीदना जारी रखेगा और ऊर्जा सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए आर्थिक सुधारों व वित्तीय अनुशासन पर फोकस करेगा

Last Updated- September 05, 2025 | 4:43 PM IST
Nirmala Sitharaman
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण | फाइल फोटो

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि भारत रूस से तेल खरीदना जारी रखेगा। उन्होंने साफ किया कि भारत अपनी जरूरतों के हिसाब से तेल खरीदने का फैसला खुद करेगा। CNBCTv18 को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “हम अपनी जरूरतों के मुताबिक तय करेंगे कि तेल कहां से खरीदना है। यह हमारा फैसला है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा ही उसकी प्राथमिकता है, न कि कोई बाहरी दबाव।

वित्त मंत्री ने आर्थिक नीतियों और सुधारों पर भी बात की। उन्होंने वित्तीय अनुशासन को बेहद जरूरी बताया। उन्होंने कहा, “लोगों का भरोसा जीतना बहुत जरूरी है। मुनाफा कमाने का कोई शॉर्टकट नहीं होता।” उन्होंने यह भी कहा कि लंबे समय तक विकास के लिए विश्वसनीयता और जिम्मेदार नीतियां जरूरी हैं।

Also Read | GST 2.0 झटका या जैकपॉट? SBI रिपोर्ट ने बताईं कई जरूरी बातें

टैक्स सुधारों पर बात करते हुए सीतारमण ने GST के तहत हुए बदलाव का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 99 फीसदी सामान और सेवाएं अब 5 से 18 फीसदी टैक्स के दायरे में हैं। कुछ खास चीजें, जैसे कि लग्जरी और हानिकारक सामान, इसके अपवाद हैं। उन्होंने कहा, “हमें ऐसा कुछ करना था जिससे हर भारतीय पर पड़ने वाला अप्रत्यक्ष टैक्स का बोझ कम हो।”

वित्तीय प्रबंधन पर बोलते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि वित्तीय घाटे का लक्ष्य एक बड़ी चिंता है। उन्होंने कहा, “केंद्र का वित्तीय घाटा तय सीमा से कम नहीं होगा।”

First Published - September 5, 2025 | 4:43 PM IST

संबंधित पोस्ट