वाणिज्य विभाग ने मंगलवार को कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) चांदी के उत्पादों, प्लैटिनम मिश्र धातु और सूखे खजूर के आयात से संबंधित नियमों के अनुपालन पर भारत की चिंता पर गौर करने के लिए सहमत हो गया है।
भारत-यूएई व्यापार समझौते के तहत संयुक्त समिति की बैठक के दौरान भारत के अधिकारियों ने हाल के दिनों में इन उत्पादों के आयात में भारी वृद्धि को लेकर चिंता जताई थी। समझौते के तहत कम शुल्कों का लाभ उठाकर ये उत्पाद भारी मात्रा में भारत भेजे गए।
संयुक्त अरब अमीरात में हुई बैठक में शामिल हुए भारत सरकार के अधिकारियों ने पश्चिम एशियाई देश के अधिकारियों से अनुरोध किया कि ओरिजिन के नियम के मानकों के अनुपालन की पुष्टि की जानी चाहिए और सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इनका उल्लंघन न हो।
व्यापार समझौते के तहत मूल्य वर्धन मानकों और ओरिजिन के सख्त नियम के बावजूद पिछले कुछ महीने में चांदी के आयात में हुई तेज वृद्धि की वजह वाणिज्य विभाग ने समझने की कोशिश की।
आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘भारत ने चांदी के उत्पादों, प्लैटिनम मिश्र धातु और सूखे खजूर के आयात में हाल के दिनों में तेज वृद्धि का मसला उठाया। साथ ही यूएई से अनुरोध किया कि ओरिजिन के नियम का पालन किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि इसका उल्लंघन न किया जाए। यूएई भारतीय अधिकारियों द्वारा उठाए गए मसलों की जांच करने के लिए सहमत है।’
भारत-यूएई के बीच समग्र आर्थिक साझेदारी समझौते पर फरवरी 2022 में हस्ताक्षर हुए थे और यह मई 2022 से लागू ह। इस समझौते में अगले कुछ वर्षों तक शुल्क मुक्त सोने, चांदी, प्लैटिनम और हीरों के असीमित आयात का प्रावधान किया गया है।