भारत और ब्रिटेन (यूके) इस महीने के अंत तक मुक्त व्यापार समझौते की 12वीं वार्ता होने के बाद ‘उच्च स्तरीय’ विचार करेंगे। यह जानकारी वाणिज्य मंत्रालय ने आज दी। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ब्रिटेन की व्यापार मंत्री केमी बैडनॉक से राजधानी में कल मुलाकात की थी।
बैडनॉक 24 अगस्त से भारत के तीन दिवसीय दौर पर हैं। उनके दौरे की शुरुआत जी 20 के व्यापार मंत्रियों की जयपुर में हुई बैठक से हुई थी। इसके बाद उन्होंने नई दिल्ली में आयोजित शिखर वार्ता बिज़नेस 20 (बी20) में हिस्सा लिया था। इस दौरान उन्होंने पीयूष गोयल सहित अन्य उद्योगपतियों से भी मुलाकात की थी।
मंत्रालय ने कहा, ‘बीती 12 वार्ताओं में बातचीत संतोषजनक रहने और कई चैप्टर तय किए जाने के कारण दोनों पक्षों ने अगली बैठक के सफल होने पर भरोसा जताया है।’ उनसे कहा, ‘दोनों मुख्य वार्ताकारों (भारत और यूके) ने मंत्रियों को हालिया स्थिति, समाधान वाले लंबित मुद्दों और इन्हें हल करने के लिए संयुक्त प्रयास के बारे में अवगत कराया था। दोनों वार्ताकारों के प्रयासों की तारीफ की गई।
मंत्रियों ने उम्मीद जताई कि दोनों पक्षों के बीच अच्छी गति से बातचीत जारी रहेगी और दोनों एक दूसरे की भावनाओं को समझेंगे।’बैडनॉक और गोयल ने बीते सप्ताह जी 20 के व्यापार और निवेश मंत्रियों की बैठक से इतर कहा था कि प्रस्तावित एफटीए अंतिम चरण पर पहुंच चुका है। एफटीए के 26 चैप्टरों में से प्रस्तावित 19 एफटीए पर कार्य पूरा हो चुका है। वाणिज्य मंत्रालय ने एक अन्य बयान में बताया कि गोयल ने नई दिल्ली में आर्थिक मामलों के सचिवालय (एसईसीओ) के राज्य सचिव हेलेना बडलिगर से भी मुलाकात की।
मंत्रालय के अनुसार, ‘इस बैठक में गोयल और सुश्री बडलिगर ने भारत और ईएफटीए देशों में व्यापार व निवेश को लेकर विस्तार से बातचीत की। इस दौरान भारत और ईएफटीए के बीच व्यापार और आर्थिक साझेदार समझौता (टीईपीए) पर हुए विकास को लेकर विस्तार से समीक्षा हुई।’ चर्चा में समझौते के प्रमुख मुद्दों और चिंताओं को हल करने पर जोर दिया गया ताकि यह दोनों क्षेत्रों के नागरिकों की उम्मीदों पर खरा उतरे।
गोयल ने शनिवार को यूनाइटिड स्टेट्स के ट्रेड रिप्रजेंटेटिव (USTR) कैथरीन तेई से मुलाकात की। वे जी 20 बैठक में हिस्सा लेने के लिए भारत आई थीं। इस मुलाकात के दौरान तेई ने तकनीक से जुड़े उपकरणों जैसे लेपटॉप, पीसी, टेबलेट्स आदि के लिए भारत में आयात लाइसेंस होने की जरूरत पर चिंता जताई।
भारत ने 1 नवंबर से इन इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगाने की योजना बनाई है। इस मुलाकात के दौरान तेई ने कहा कि यदि यह नीति लागू भी की जाती है तो उन्हें उम्मीद है कि यह अमेरिका से भारत को होने वाले आयात पर प्रतिकूल असर नहीं डालेगी। यूएसटीआर ने शनिवार को वक्तव्य में कहा, ‘उच्चयोग तेई और मंत्री गोयल ने इस पर सहमति जताई कि इस मुद्दे के हल के लिए भविष्य में प्रयास किए जाएंगे।