वाणिज्य व उद्योग मंत्री Piyush Goyal का दो दिवसीय यूनाइटिड किंगडम (UK) दौरा कल से शुरू होगा। वे इस दौरे के दौरान मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की वार्ता की प्रगति की समीक्षा करेंगे।
दोनों देशों ने जनवरी 2022 में वार्ता शुरू की थी और इस व्यापार समझौते के लिए बीते साल दीपावली की समयसीमा तय की थी। हालांकि दोनों देश चुनिंदा उत्पादों व सेवाओं तक अधिक मार्केट पहुंच के मुद्दे पर मतभेदों को दूर नहीं कर पाए थे। लिहाजा दोनों देश समयसीमा में वार्ता पूरी नहीं कर पाए थे।
भारत और ब्रिटेन रविवार को जारी आधिकारिक वक्तव्य, ‘यह यात्रा ऐसे समय महत्त्वपूर्ण समय में हो रही है जब भारत और ब्रिटेन दोनों अपने आर्थिक संबंधों का विस्तार करने और द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने को प्रतिबद्ध हैं। FTA की वार्ता आगे बढ़ रही है। लिहाजा मंत्री के दौरे के दौरान विचार-विमर्श बढ़ेगा और यह समग्र व परस्पर लाभ के समझौते पर पहुंचने में मदद देगा। इससे दोनों देशों में आर्थिक वृद्धि होगी और संबंध मजबूत होंगे।’
Piyush Goyal ब्रिटेन के अंतरराष्ट्रीय के व्यापार के राज्य सचिव केमी बडेनोच के अलावा उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘ये बैठकें FTA वार्ता की प्राथमिकताओं और उद्देश्यों पर चर्चा का अवसर मुहैया करवाएंगी। ये कारोबारी बाधा, निवेश को बढ़ावा देने के अलावा तकनीक, नवोन्मेश व बौद्धिक अधिकार संपदा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित होंगी।’
दोनों देशों ने औपचारिक रूप से जून 2022 में वार्ता शुरू कर दी थी। इस क्रम में दोनों ने देशों ने दीपावली/अक्टूबर अंत तक व्यापार समझौता करने की समयसीमा तय की थी। दोनों देश चुनिंदा उत्पादों व सेवाओं तक अधिक मार्केट पहुंच के मुद्दे पर मतभेदों को दूर नहीं कर पाए थे।
लिहाजा दोनों देश समयसीमा में वार्ता पूरी नहीं कर पाए थे। वाणिज्य मंत्रालय ने बीते माह व्यापार समझौते पर प्रगति को साझा किया था। व्यापार समझौते के 26 नीति क्षेत्रों या चैप्टरों में से 14 चैप्टर पर वार्ता बंद कर दी गई। हालांकि अन्य चैप्टर पर महत्त्वपूर्ण रूप से प्रगति हुई।
सरकारी अधिकारियों ने मई में बताया था कि प्रगति की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय नियमित बैठक हुई। इसमें लंबित मुद्दों को हल किया गया और वार्ता आगे बढ़ाने के तरीके पर चर्चा हुई। दोनों पक्ष अतिशीघ्र वार्ता के निष्कर्ष पर पहुंचने के उत्सुक हैं। भारत का 15वां बड़ा व्यापारिक साझेदार यूके है। वित्त वर्ष 23 में यूके से 20.36 अरब डॉलर का कारोबार हुआ था।
इस दौरान गोयल यूरोपीय मुक्त व्यापार एसोसिएशन (EFTA) के देशों के मंत्रियों से व्यापार व आथिक साझेदार समझौते (TEPA) की समीक्षा के लिए मुलाकात करेंगे। ईएफटीए में देश आइसलैंड, स्विट्जरलैंड, नार्वे और लिकटेंस्टीन शामिल हैं।
बयान के अनुसार, ‘TEPA का ध्येय भारत और ईएफटीए के देशों के बीचे व्यापार व आर्थिक साझेदारी बढ़ाना है ताकि निवेश को बढ़ावा देने वाले वातावरण को प्रोत्साहन दें, कारोबारी बाधाओं को दूर करें और बाजार तक अधिक मार्केट पहुंच मुहैया करवाएं।’
भारत और ईएफटीए के देशों ने व्यापक रूप से कारोबार और निवेश पर आधारित समझौते के लिए 15 साल पहले वार्ता शुरू की थी। इस क्रम में 13 दौर की बातचीत हुई और यह बातचीत 2013 के अंत से अधर में लटकी गई। इसके बाद 2016 में वार्ता शुरू हुई और चार दौर की बातचीत हो चुकी है।