सरकार के 10 साल के बेंचमार्क बॉन्ड की यील्ड सोमवार को बढ़कर 2 माह के उच्च स्तर पर पहुंच गया। इस पर यूएस ट्रेजरी की यील्ड में तेजी का असर पड़ा है। बेंचमार्क यील्ड 7.15 प्रतिशत पर बंद हुआ, जो 30 जनवरी के बाद का उच्च स्तर है। शुक्रवार को यह 7.12 प्रतिशत पर बंद हुआ था।
अप्रैल में सरकार के 10 साल के बेंचमार्क बॉन्ड में 10 आधार अंक की मजबूती आई थी। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज प्राइमरी डीलरशिप के वाइस प्रेसीडेंट नवीन सिंह ने कहा, ‘अमेरिकी यील्ड में बढ़ोतरी की वजह से यील्ड बढ़ा है।
दरें वैश्विक रूप से बढ़ रही हैं। ऐसे में भारत इससे अलग नहीं हो सकता है। इसे (बेंचमार्क यील्ड) को इस स्तर के आसपास थोड़ी स्थिरता मिल सकती है। इसमें बहुत ज्यादा वृद्धि नहीं होगी।’
हाल में नीलाम हुए सरकार के10 साल के सरकार के बॉन्ड, जिसे शुक्रवार को पहली बार पेश किया गया था, दूसरा सबसे बड़ा कारोबार वाला बॉन्ड बनकर तेजी से उभरा है। बाजार के हिस्सेदारों ने कहा कि इसके दूसरे इश्यूएंस के बाद बेंचमार्क का दर्जा मिल सकता है। सरकार ने 20,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड की नीलामी की थी, जिसका कूपन 7.10 प्रतिशत तय किया गया था।
मौजूदा बेंचमार्क बॉन्ड को सबसे अधिक कारोबार वाला बॉन्ड बनने और अपने पूर्ववर्ती को पीछे छोड़ने में 2 महीने से अधिक वक्त लगा। मौजूदा 10 साल के पेपर पर बकाया राशि 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई। पीएनबी गिल्ट के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी विकास गोयल ने कहा, ‘नए 10 साल के बॉन्ड की इश्यूएंस राशि 20,000 करोड़ रुपये थी, जो दूसरे इश्युएंस पर बेंचमार्क बन सकता है क्योंकि इसकी इश्युएंस राशि बड़ी है।’
ओवरनाइट इंटरेस्ट स्वैप (ओआईएस) दरों में बढ़ोतरी से सोमवार को बॉन्ड यील्ड में और मदद मिली। 5 साल के ओआईएस दर में 10 आधार अंक की बढ़ोतरी हुई, जबकि 1 साल की ओआईएस दर में सोमवार को 5 आधार अंक की बढ़ोतरी हुई है।