अर्थव्यवस्था

Adani Green से लेकर LIC और IndiGo तक, FII ने मार्च तिमाही में BSE की सौ से ज्यादा कंपनियों में बढ़ाई हिस्सेदारी

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज 3,953 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ इंडिगो पर पॉजिटिव है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- April 17, 2024 | 1:49 PM IST

मार्च तिमाही में विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) ने BSE 500 की करीब 144 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई। ऐस इक्विटी (Ace Equity) के पास उपलब्ध शुरुआती शेयरहोल्डिंग डेटा के अनुसार मार्च तिमाही में FII खरीदारी की होड़ में थे।
हालांकि साल की शुरुआत यानी जनवरी 2024 में 25,743 करोड़ रुपये के इक्विटी आउटफ्लो के साथ हुई, और मार्च में तेज उछाल के साथ 35,098 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ।

मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, भारतीय शेयर बाजार के लचीलेपन और बेहतर होती अर्थव्यवस्था ने एफपीआई को भारत में आकर्षित किया है।

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FPI ने अदाणी ग्रीन एनर्जी (18.03% से 18.15% तक), अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (14.72% से 14.98% तक), अदाणी पावर (15.86% से 15.91% तक), अदाणी टोटल गैस (13.06% से 13.12% तक) और अदाणी विल्मर (0.65% से 0.77% तक) सहित चुनिंदा अदाणी समूह की कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी।

वैश्विक निवेशकों ने डेटा पैटर्न (भारत) में अपनी हिस्सेदारी 7.82 प्रतिशत अंक बढ़ाकर 14.56% कर दी। दिसंबर 2023 तक कंपनी में उनकी 6.74% हिस्सेदारी थी। वैश्विक ब्रोकरेज जेफ़रीज़ ने डेटा पैटर्न के लिए 3,545 रुपये का मूल्य लक्ष्य निर्धारित किया है, जो एक निजी क्षेत्र की रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी है।

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इसके अलावा कंप्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेज, यूरेका फोर्ब्स, इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो), जेएसडब्ल्यू एनर्जी, शैले होटल्स, एनसीसी, मैनकाइंड फार्मा, मैक्रोटेक डेवलपर्स, एनएमडीसी, आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, नैटको फार्मा, ल्यूपिन और द फीनिक्स मिल्स वे अन्य कंपनियां हैं जिनमें एफपीआई ने बीती तिमाही के दौरान अपनी हिस्सेदारी 2 से 7 फीसदी के बीच बढ़ाई है।

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज 3,953 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ इंडिगो पर पॉजिटिव है।

बीमा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) भी एफपीआई की पसंदीदा कंपनियों में से एक रही।एलआईसी में उनकी हिस्सेदारी 31 मार्च, 2024 तक 0.14% थी, जो 31 दिसंबर, 2023 को 0.06% थी।

इसके अलावा बैंकिंग क्षेत्र में, वैश्विक निवेशकों ने कई बैंकों में भी हिस्सेदारी बढ़ाई-

पंजाब नेशनल बैंक –         3.10% से 4.82%
बैंक ऑफ महाराष्ट्र –         0.45% से 1.04%
सिटी यूनियन बैंक –            26.60% से 26.96%
सीएसबी बैंक-                    4.62% से 4.93%
बैंक ऑफ इंडिया –             4.31% से 4.52%
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया-      10.91% से 11.09%
बैंक ऑफ बड़ौदा –            12.27% से 12.40%
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया –  0.07% से 0.17%
यूको बैंक –                       0.01% से 0.03%
पंजाब एंड सिंध बैंक –        0.01% से 0.02% तक

First Published : April 17, 2024 | 1:49 PM IST