केयर रेटिंग्स ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 25 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि अनुमान को घटाकर 6.5 फीसदी कर दिया जबकि उसने पहले 6.8 फीसदी का अनुमान जताया था। केयर रेटिंग्स ने कॉरपोरेट लाभप्रदता में कमी, सार्वजनिक पूंजीगत व्यय में कमी और सुस्त शहरी खपत के कारण वृद्धि अनुमान को घटाया है।
रेटिंग एजेंसी ने एक वर्चुअल वेबिनार में कहा, ‘दूसरी तिमाही में जीडीपी आंकड़ों में सुस्ती, इस अवधि में कॉरपोरेट लाभप्रदता में अधिक गिरावट, पहली छमाही में सार्वजनिक पूंजीगत व्यय में गिरावट और शहरी उपभोक्ताओं के खपत से जुड़े उच्च आवृत्ति आंकड़ों के सुस्त होने से यह घटाने का समायोजन किया गया है।’यह सुस्ती अस्थायी होने की उम्मीद है।
इसका कारण यह है कि दूसरी छमाही में सरकार के पूंजीगत व्यय बढ़ाने और मजबूत कृषि उत्पादन से ग्रामीण खपत बढ़ने से सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि अच्छी रहने की उम्मीद है। साथ ही सरकार के राजकोषीय मजबूती के पथ पर आगे बढ़ने की उम्मीद है।