आज शाम 8 बजे (भारतीय समय) गयाना के प्रोविडेंस स्टेडियम में T20 विश्व कप 2024 के दूसरे सेमीफाइनल में भारत इंग्लैंड से भिड़ेगा। एक हिसाब से यह 2022 T20 विश्व कप सेमीफाइनल का दोबारा मुकाबला होगा।
मौजूदा चैंपियन इंग्लैंड ग्रुप स्टेज में ही बाहर होने के करीब थी, लेकिन किसी तरह सेमीफाइनल तक पहुंचे। उन्होंने सुपर 8 में दक्षिण अफ्रीका से भी हार झेली थी। इसलिए वे भारत के खिलाफ फेवरेट टीम नहीं हैं। भारत टूर्नामेंट की दो अजेय टीमों में से एक है।
प्लेइंग इलेवन में कौन से बदलाव कर सकती हैं दोनों टीमें?
बात करें इस मैच में दोनों टीमों की प्लेइंग 11 के बारे में, भारत अपने छह मैचों के विनिंग कॉम्बिनेशन में बदलाव करने की संभावना नहीं है। वहीं इंग्लैंड क्रिस जॉर्डन की जगह मार्क वुड को टीम में वापस ला सकता है।
यह एक नॉकआउट मैच है, इसलिए अब बड़े खिलाड़ियों के चमकने को लेकर हर कोई उम्मीदें लगाकर बैठा होगा। सभी की नज़रें विराट कोहली पर होंगी, जो बड़े मैचों में अपना जलवा दिखाने के लिए जाने जाते हैं। इस विश्व कप में कोहली का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा है।
उन्होंने पांच मैचों में सिर्फ 65 रन बनाए हैं, जिसमें दो बार जीरो पर आउट होना भी शामिल है। ये आंकड़े उनके स्तर के नहीं हैं। अब शायद उनके लिए टीम मैनेजमेंट के भरोसे को सही साबित करने का समय आ गया है। विश्व कप का सेमीफाइनल उनके लिए अपना प्रभाव दिखाने का एक बड़ा मंच है।
टीम इंडिया को अगर जीत हासिल करनी है तो कोहली और रोहित शर्मा को इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर का डटकर सामना करना होगा। अगर इंग्लैंड रीस टॉपली को टीम में शामिल करता है तो उनकी नई गेंद स्विंग भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर सकती है। इतिहास गवाह है कि कोहली और रोहित दोनों ही टॉपली की गेंदबाजी को आसानी से नहीं खेल पाते हैं।
अंत में, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि भारतीय मध्यक्रम इंग्लैंड के तीन स्पिनरों आदिल राशिद, मोइन अली और लियाम लिविंगस्टन को कैसे खेलता है। हार्दिक पंड्या मैच के आखिरी ओवरों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, जैसा कि उन्होंने पिछले दो सुपर 8 मैचों में किया था।
हालांकि शिवम दुबे पर स्पिनरों का सामना करने के लिए काफी भरोसा किया गया है, लेकिन पंड्या एक बार फिर मध्यक्रम में फोकस वाले खिलाड़ी हो सकते हैं।
इंग्लैंड को अपनी टीम चुनने में कुछ रणनीतिक फैसले करने होंगे। सबसे पहले, उन्हें अनुभवी क्रिस जॉर्डन की डेथ ओवरों में गेंदबाजी या मार्क वुड की तेज गेंदबाजी में से किसे चुनना है ये फैसला लेना होगा।
इसके अलावा, भारतीय टीम में ऋषभ पंत और शिवम दुबे को देखते हुए मोइन अली और लियाम लिविंगस्टन (खासकर लिविंगस्टन) को ज़रूर खिलाना चाहिए। पिच से मदद मिलने की उम्मीद में आदिल राशिद इंग्लैंड के लिए विकेट लेने का मुख्य हथियार होंगे।
लिविंगस्टन को अक्सर पार्ट-टाइम स्पिनर के रूप में देखा जाता है, लेकिन पिच से मदद मिलने पर वह अपनी लेग स्पिन से दाएं हाथ के बल्लेबाजों और ऑफ स्पिन से बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए काफी खतरनाक हो सकते हैं। बाकी गेंदबाज अगर अपना काम ठीक से करते हैं, तो लिविंगस्टन की गेंदबाजी इंग्लैंड के प्रदर्शन में निर्णायक साबित हो सकती है।
बटलर भारतीय गेंदबाजों के लिए बन सकते हैं सिरदर्द
इंग्लैंड की बल्लेबाजी की बात करें तो जॉनी बेयरस्टो और फिल साल्ट ने विपक्षी गेंदबाजी के लिए कभी-कभार खतरा पैदा किया है, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती कप्तान जॉस बटलर से आती है। अगर उन्हें जल्दी रन बनाने से रोका नहीं गया तो वह अंत में विस्फोटक साबित हो सकते हैं।
अगर बटलर पावरप्ले के बाद तक टिके रहते हैं तो वह और भी खतरनाक हो जाते हैं, क्योंकि वह स्पिन गेंदबाजी को अच्छे से खेलते हैं और डेथ ओवरों में गेंदबाजों की खबर ले सकते हैं। गेंद उस समय कम स्विंग होती है, इसलिए वह आक्रामक रूप से बाउंड्री जड़ हैं या गेंद को फाइन लेग के ऊपर से मार सकते हैं। इस रणनीति से अक्सर विपक्षी टीम को फाइन लेग फील्डर लगाना पड़ता है, जिससे मिड-ऑफ गहरा हो जाता है और बटलर को मिड ऑफ और कवर क्षेत्रों में शॉट लगाने के ज्यादा मौके मिल जाते हैं, जो उनके मजबूत क्षेत्र हैं।
इसलिए अर्शदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह को भी इंग्लिश कप्तान को जल्दी आउट करने की जिम्मेदारी लेनी होगी ताकि वह मैच को अपने नियंत्रण में न ले पाएं।
टीम इंडिया की संभावित प्लेइंग इलेवन: रोहित शर्मा (कप्तान), विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेट कीपर), सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव
इंग्लैंड की संभावित प्लेइंग इलेवन: फिल सॉल्ट, जोस बटलर (कप्तान और विकेटकीपर), जॉनी बेयरस्टो, हैरी ब्रुक, मोइन अली, लियाम लिविंगस्टन, सैम करन, क्रिस जॉर्डन, जोफ्रा आर्चर, रीस टॉपली, आदिल राशिद