क्विक कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी जेप्टो (Zepto) का आईपीओ जल्द आने वाला है। मगर उससे पहले ही कंपनी भारतीय फैमिली ऑफिसेज और अमीर निवेशकों (HNI) से 10-15 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए बातचीत कर रही है। यह जानकारी सूत्रों ने दी।
पिछले 14 महीनों में कंपनी ने 1.2 अरब डॉलर से अधिक रकम जुटाई है ताकि अगले साल शेयर बाजार में उतरने से पहले वह अपनी बैलेंस शीट मजबूत कर सके। सूत्रों के अनुसार, ‘फंडिंग का उद्देश्य घरेलू हिस्सेदारी बढ़ाना है और आईपीओ से पहले अधिक स्वदेशी निवेशकों को साथ लेना है।’
मोतीलाल ओसवाल की प्राइवेट इन्वेस्टमेंट फर्म इस राउंड में बड़ी खरीदारी कर सकती है। सूत्रों ने बताया कि फर्म इसमें लगभग 4 करोड़ डॉलर तक निवेश कर सकती है। कंपनी अन्य घरेलू एचएनआई और फैमिली ऑफिसेज से 6-10 करोड़ डॉलर तक जुटाएगी।
मूल्यांकन रहेगा बरकरार
जेप्टो का मूल्यांकन इसके बाद भी 5 अरब डॉलर पर अपरिवर्तित रहेगा जो इसके पिछले फंडिंग राउंड में था। कंपनी ने अगस्त में 34 करोड़ डॉलर के फॉलो-ऑन फाइनैंसिंग राउंड में 5 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर धन जुटाया था। इससे दो महीने पहले कंपनी ने सीरीज एफ राउंड में 66.5 करोड़ डॉलर जुटाए थे। तब इसकी वैल्यूएशन 3.6 अरब डॉलर थी।
फिलहाल जेप्टो के निवेशकों में जनरल कैटेलिस्ट, ड्रैगन फंड, स्टेपस्टोन, लाइटस्पीड वेंचर्स, नेक्सस वेंचर पार्टनर्स और ग्लेड ब्रुक कैपिटल जैसी बड़ी विदेशी निवेश कंपनियां शामिल हैं।
ब्लिंकइट, स्विगी इंस्टामार्ट, बिगबास्केट बड़ी प्रतिस्पर्धी
जेप्टो विशेष रूप से क्विक कॉमर्स पर फोकस्ड कंपनी है। वह जोमैटो की ब्लिंकइट, स्विगी की इंस्टामार्ट, और टाटा की बिग बास्केट जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा कर रही है। कंपनी वर्तमान में भारत के 10 अग्रणी शहरों में 350 डार्क स्टोर्स ऑपरेट करती है और अगले 10 शहरों में विस्तार करने और अपनी स्टोर संख्या 700 तक बढ़ाने की योजना बना रही है।