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Xiaomi ने भारत को दी जानकारी, चीनी फर्मों की जांच पर आशंकित आपूर्तिकर्ता

Xiaomi ने कहा कि भारत में विनिर्माण से जुड़े प्रोत्साहन मुहैया कराने के लिए कुछ खास स्मार्टफोन पुर्जों पर आयात शुल्क कम करने पर विचार करे।

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एजेंसियां   
Last Updated- February 11, 2024 | 10:27 PM IST

चीन की स्मार्टफोन निर्माता श्याओमी ने भारत को बताया है कि चीनी कंपनियों की कड़ी जांच के कारण स्मार्टफोन कलपुर्जा आपूर्तिकर्ता यहां परिचालन शुरू करने को लेकर चिंतित हैं। इस घटनाक्रम से अवगत एक अ​धिकारी ने यह जानकारी दी है। 

भारत के स्मार्टफोन बाजार में बड़ी भागीदारी (18 प्रतिशत) रखने वाली श्याओमी ने 6 फरवरी को पत्र लिखकर कहा कि भारत में विनिर्माण से जुड़े प्रोत्साहन मुहैया कराने के लिए कुछ खास स्मार्टफोन पुर्जों पर आयात शुल्क कम करने पर विचार करे। चीनी कंपनी ज्यादातर स्थानीय पुर्जों के साथ भारत में स्मार्टफोन तैयार करती है और शेष का आयात चीन और अन्य जगहों से किया जाता है।  

भारत ने वर्ष 2020 में दोनों देशों के बीच सीमा पर हुए टकराव के बाद चीनी कारोबारों की जांच बढ़ा दी। सीमा पर हुई झड़पों में करीब 20 भारतीय और 4 चीनी सैनिक मारे गए थे, जिससे बड़ी चीनी कंपनियों की निवेश योजनाएं अटक गईं और चीन ने विरोध किया। जहां भारत में काम कर रहीं चीनी कंपनियां जांच एवं सख्ती के बारे में खुलकर बोलने से परहेज कर रही हैं, वहीं श्याओमी के पत्र से पता चलता है कि उसे भारत में, खासकर स्मार्टफोन क्षेत्र में लगातार संघर्ष करना पड़ रहा है, क्योंकि उसके कई महत्वपूर्ण पुर्जे चीनी आपूर्तिकर्ताओं से आते हैं। 

पत्र में श्याओमी इंडिया के अध्यक्ष मुरलीकृष्णन बी ने कहा है कि भारत को कलपुर्जा आपूर्तिकर्ताओं को स्थानीय तौर पर पर परिचालन के लिए प्रोत्साहित करने के और विश्वास पैदा करने वाले उपायों पर काम करने की जरूरत होगी। 

मुरलीकृष्णन ने किसी कंपनी का नाम लिए बगैर कहा, ‘भारत में परिचालन शुरू करने के लिए कलपुर्जा आपूर्तिकर्ताओं में आशंकाएं हैं, जो भारत में कंपनियों, विशेषकर चीनी मूल की कंपनियों के सामने आने वाली चुनौतियों के कारण उत्पन्न हुई हैं।’

पत्र में कहा गया है कि चिंताएं अनुपालन वीजा समस्याओं से जुड़ी हुई थीं, जिन्हें दूर नहीं किया गया। इसमें कहा गया, ‘सरकार को ये चिंताएं दूर करनी चाहिए और विदेशी कलपुर्जा आपूर्तिकर्ताओं में भरोसा बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए, उन्हें भारत में विनिर्माण संयंत्र लगाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।’

श्याओमी और आईटी मंत्रालय ने इस संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया है। भारतीय अ​धिकारियों ने पिछले साल चीनी स्मार्टफोन कंपनी वीवो कम्युनिकेशंस टेक्नोलॉजी पर वीजा नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। 

First Published : February 11, 2024 | 10:27 PM IST