अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर ऑटो सेक्टर से जुड़ी कंपनी ने महिलाओं को लेकर बड़ा ऐलान किया है। यूज्ड कार बेचने वाली कंपनी Cars24 ने महिला दिवस के मौके पर घोषणा की है कि साल 2024 में वो अपने ऑफिस वर्कफोर्स में महिलाओं की संख्या में 50 फीसदी की बढ़ोतरी करेगी।
कंपनी ने कहा है कि महिला दिवस के अवसर को और यादगार बनाने के लिए कंपनी ने ये फैसला किया है। इस फैसले के साथ ही कंपनी ने कहा कि देश के ऑटोमोटिव सेक्टर में जहां पुरुषों की संख्या और डोमिनेंस ज्यादा है ऐसे में महिलाओं की संख्या में 50 फीसदी बढ़ोतरी करने की बात कही जा रही है।
महिलाओं को भर्ती कर रही कंपनी
कंपनी ने बताया कि अपनी वर्कफोर्स में महिलाओं की संख्या को बढ़ाने के लिए कंपनी लगातार महिलाओं की भर्ती रही है। मौजूदा समय में कंपनी कस्टमर एक्सपीरियंस, ऑपरेशन्स, मार्केटिंग, प्रोडक्ट और फ्रंट लाइन स्टाफ जैसे रोल्स पर काम कर रही है और यहां महिलाओं की भर्ती पर फोकस कर रही है।
CARS24 के सीईओ और को-फाउंडर विक्रम चोपड़ा ने इस अवसर पर कहा कि हमारी जर्नी हमारे कर्मचारियों से शुरू होती है। डायवर्सिटी में चैंपियन होकर हम महिलाओं के समान अधिकार के प्रति एक कदम आगे बढ़ा रहे हैं। हम ऐसे भविष्य पर काम कर रहे हैं, जिसमें हर आवाज़ को सुना जाएगा, हर टैलेंट को अवसर मिलेगा।
वर्तमान में, महिलाएं 5 डीलरशिप कर्मचारियों में से केवल 1 और रिपेयरिंग और मेनटिनेंस वर्कफोर्स में मात्र 7% प्रतिनिधित्व करती हैं। कंपनी ने मीडिया विज्ञप्ति में कहा कि CARS24 का लक्ष्य उद्योग में समावेशिता और समानता के लिए एक नया मानक स्थापित करते हुए उदाहरण पेश करना है।
कंपनी की वित्तीय सेहत
कार्स24 ने वित्त वर्ष 2013 में 5,535 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2012 से 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है,। कंपनी ने कहा कि वह वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में पहले से ही मजबूत प्रदर्शन प्रदर्शित कर रही है। फर्म ने वित्त वर्ष 2013 में 609.1 करोड़ रुपये (11 प्रतिशत) का सकल मार्जिन दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2012 में यह 157.6 करोड़ रुपये (3 प्रतिशत) था। इसमें 3.6x की दर से सुधार हुआ है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2013 में 467.8 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ (नुकसान) दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2012 में यह 1,093.1 करोड़ रुपये था। इसने वित्त वर्ष 2013 में 337.6 करोड़ रुपये (6 प्रतिशत) का एबिटा घाटा दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2012 में यह 997.7 करोड़ रुपये (19 प्रतिशत) था।