प्रमुख आईटी सेवा कंपनी विप्रो ने आज वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही के लिए उम्मीद से बेहतर वित्तीय नतीजा दर्ज किया। तिमाही आधार पर राजस्व में गिरावट के बावजूद कंपनी की लाभप्रदता में सुधार हुआ। कंपनी ने यह भी कहा है कि उसे कई कारोबारी इकाइयों में सुधार के संकेत दिख रहे हैं लेकिन उसने लगातार दूसरी तिमाही के लिए कोई राजस्व अनुमान जाहिर नहीं किया।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में विप्रो का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 0.75 फीसदी बढ़कर 3,095.3 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 3,072 करोड़ रुपये रहा था। पिछली तिमाही के मुकाबले कर पूर्व लाभ में 4.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 0.11 फीसदी बढ़कर 2,390.40 करोड़ रुपये हो गया। पिछली तिमाही के मुकाबले शुद्ध लाभ में 2.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। तिमाही के दौरान कंपनी का समेकित राजस्व एक साल पहले की समान तिमाही के मुकाबले 1.33 फीसदी बढ़कर 14,913.10 करोड़ रुपये हो गया। जबकि क्रमिक आधार पर इसमें 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
कंपनी के सकल राजस्व में 95 फीसदी से अधिक का योगदान करने वाली आईटी सेवा श्रेणी का राजस्व पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 4.4 फीसदी घटकर 1.92 अरब डॉलर रह गया जबकि क्रमिक आधार पर इसमें 7.5 फीसदी की कमी आई।
विप्रो के सीईओ एवं एमडी थिएरी उेलापोर्टे ने कहा, ‘मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर टीम को अच्छा काम किया। हालांकि (अनुमान के बारे में) कुछ भी कहना फिलहाल जल्दबाजी होगी। हम सामान्य परिस्थिति में लौटना चाहते हैं और उसके बाद अनुमान जाहिर करेंगे।’
तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन मार्जिन 140 आधार अंक बढ़कर 19 फीसदी हो गया। रुपये में अवमूल्यन और परिचालन में सुधार से मार्जिन को बल मिला। जून तिमाही के अंत में कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या 1,082 घटकर 1,81,804 रह गई।