Wipro Q4FY24 Results: भारत की चौथी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो (Wipro) ने आज यानी 19 अप्रैल को वित्त वर्ष 24 की अंतिम तिमाही (Q4FY24) के लिए रिजल्ट्स जारी कर दिए हैं। कंपनी का नेट मुनाफा मार्च तिमाही में 7.8 फीसदी कम होकर 2,834.6 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि LSEG के डेटा के मुताबिक, एनालिस्ट को उम्मीद थी कि कंपनी 2782 करोड़ रुपये का नेट मुनाफा दर्ज करेगी।
पिछले साल की समान अवधि (Q4FY23) में कंपनी ने 3,074 करोड़ रुपये का नेट मुनाफा दर्ज किया था। पूरे वित्त वर्ष 2023-24 (FY24) में नेट मुनाफा इससे FY23 के मुकाबले 2.6 फीसदी घटकर 11,045.2 करोड़ रुपये रहा।
विप्रो के कंसोलिडेटेड रेवेन्यू में मार्च तिमाही में 4.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। LSEG data के मुताबिक एनालिस्ट को उम्मीद थी कि कंपनी 22151 करोड़ रुपये का ऑपरेशन से रेवेन्यू (revenue from operations) दर्ज करेगी। लेकिन सॉफ्टवेयर कंपनी ने उम्मीदों से ज्यादा 22,208.3 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया।
IT सर्विस इंडस्ट्री लगातार बढ़ती महंगाई दौर और रूस-यूक्रेन, ईरान-इजराइल जैसे भू-राजनीतिक जोखिमों के कारण मंदी के दौर से गुजर रही है। इस महीने की शुरुआत में ही CEO थिएरी डेलापोर्टे (Thierry Delaporte) ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया था और स्टेफनी ट्रौटमैन ( Stephanie Trautman), जो दिसंबर में बड़े कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने की इन-चार्ज थीं, सहित प्रमुख अधिकारियों के जाने से विप्रो और भी मुश्किलें बढ़ गई थीं। हालांकि माना जा रहा है कि कंपनी के नए CEO श्रीनिवास पिल्लई (Srinivas Pallia) के आने से कंपनी को दम मिलेगी।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि परिचालन आय सालाना आधार पर (YoY) 4.2 प्रतिशत घटकर 22,208.3 करोड़ रुपये रही। FY24 में कंपनी की ऑपरेशन से इनकम 89,760.3 करोड़ रुपये रही जो पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले करीब 0.8 फीसदी कम है।
विप्रो ने अप्रैल-जून तिमाही (Q1FY25) लिए IT सर्विस से आय के लिए अनुमान (-) 1.5 फीसदी से (+) 0.5 फीसदी रखा है। कंपनी ने FY25 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही पर उम्मीद जताते हुए कहा, ‘हमें उम्मीद है कि हमारे IT सर्विस बिजनेस सेगमेंट से रेवेन्यू 2,61.7 से 2,67 करोड़ अमेरिकी डॉलर के बीच रहेगा।’
विप्रो के शेयर आज BSE पर 1.92 फीसदी की बढ़त के साथ 452.85 रुपये पर बंद हुए। इंट्रा डे ट्रेड के दौरान इसके शेयर 454 के हाई लेवल तक पहुंच गए थे।
कंपनी ने एक्सचेंजों को जानकारी दी कि विप्रो के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 31 जुलाई 2024 से 30 जुलाई 2029 तक पांच साल की अवधि के लिए कार्यकारी अध्यक्ष (Executive Chairman ) के रूप में रिशद ए. प्रेमजी (Rishad A. Premji ) की फिर से नियुक्ति को मंजूरी दे दी। उनके अलावा, अजीम एच. प्रेमजी (Azim H. Premji ) की 31 जुलाई, 2024 से 30 जुलाई, 2029 तक 5 वर्ष की अवधि के लिए गैर-कार्यकारी, गैर-स्वतंत्र निदेशक (Non-Executive, NonIndependent Director) के रूप में फिर से नियुक्ति की गई।