बीएस बातचीत
वाहन विनिर्माताओं के लिए मई लंबे समय बाद एक कठिन महीना रहा है। साल के पहले तीन महीनों के दौरान बिक्री में वृद्धि के साथ ही उम्मीद बंधने लगी थी लेकिन कोविड-19 की दूसरी लहर ने इस क्षेत्र को रिवर्स गियर में डाल दिया। होंडा मोटरसाइकल ऐंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) के निदेशक (बिक्री एवं विपणन) वाईएस गुलेरिया ने अरिंदम मजूमदार से बातचीत में कहा कि संक्रमण के मामलों में गिरावट, अच्छे मॉनसून और बंपर उपज के साथ ही इस क्षेत्र में जल्द सुधार होने की उम्मीद है। पेश हैं मुख्य अंश:
सभी निर्माताओं के लिए करीब 80 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इसमें कब तक सुधार होने की उम्मीद है?
आकड़े इस बात पर निर्भर करते हैं कि कारोबार और समग्र अर्थव्यवस्था के लिए कितना बाजार खुला है। मई इसलिए खराब रहा क्योंकि हमारे अधिकतर क्षेत्र लॉकडान के दायरे में थे। लॉकडाउन के इन विस्तार के कारण हमारे 90 फीसदी डीलरशिप बंद थे। इसके अलावा उत्पादन भी बहुत कम हुआ क्योंकि ऑक्सीजन को चिकित्सा उपयोग के लिए स्थानांतरित किया गया था। अब टाइमिंग के लिहाज से कुछ ढील दी गई है। इस महीने के अंत तक 20 फीसदी नेटवर्क चालू हो गया था। लेकिन चूंकि बड़ी तादाद में नेटवर्क को चालू होना अभी बाकी है, इसलिए कारखाने फिलहाल एक ही पाली में चल रहे हैं। हालांकि स्थिति हर सप्ताह बदल रही है और ऐसे में कुछ भी अनुमान लगाना मुश्किल है।
ग्रामीण क्षेत्र भी दूसरी लहर के चपेट में आ गए हैं। ऐसे में मांग में जबरदस्त वापसी कब तक आने की उम्मीद है? आपकी ऑर्डर बुकिंग कैसी है?
इस बार ग्रामीण क्षेत्र भी वैश्विक महामारी से प्रभावित हुए हैं। लेकिन एक सकारात्मक पहलू यह भी है कि रिकॉर्ड कृषि उपज हुई है और हम अच्छे मॉनसून की उम्मीद कर सकते हैं। ट्रैक्टरों की बिक्री में हम इस रुझान को स्पष्ट तौर पर देख सकते हैं जिसका पिछले दो सत्रों के दौरान अच्छा प्रदर्शन रहा है। इसलिए बुनियाद काफी मजबूत दिख रही है लेकिन हमें यह देखना होगा कि यह वास्तविक मांग में किस प्रकार तब्दील होती है। अप्रैल-मई के दौरान शादी-ब्याह के मौसम में लॉकडाउन के कारण अधिक बिक्री नहीं हुई। जबकि वह हमारे लिए एक बेहतरीन अवधि होती है। शादी-ब्याह का अगला सीजन सितंबर-अक्टूबर में आता है। इसलिए यह काफी मायने रखता है कि इस श्रेणी से कितनी मांग दिखेगी। फसल अच्छी है, मॉनसून सामान्य है और पिछली बार कोई खरीदारी भी नहीं हुई थी। ऐसे में ग्राहकों के खरीदारी की ओर लौटने की उम्मीद है।
कोविड-19 की दूसरी लहर से अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा है। ऐसे में वित्त पोषण संस्थानों का नजरिया कैसा है?
दुर्भाग्य से लॉकडाउन के कारण जमीनी स्तर पर हमारे काफी कम प्रतिनिधि उपलब्ध हैं। हालांकि यह महत्त्वपूर्ण है क्योंकि ग्रामीण एवं कस्बाई क्षेत्रों में खुदरा वित्त पोषण रोजाना व्यक्तिगत आधार पर होता है। इसलिए मई में खुदरा वित्त पोषण इससे पिछले महीने के मुकाबले करीब 10 फीसदी घट गया। उसे दोबारा सुचारु करने के लिए लॉकडाउन का खत्म होना जरूरी है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में इसे डिजिटल तरीके से नहीं किया जा सकता है।
क्या आप मध्यम एवं प्रीमियम श्रेणी को ध्यान में रखते हुए अपने उत्पाद मेल पर नए सिरे से विचार करेंगे?
हमने प्रीमियम और मिश्रित श्रेणियों के लिए दो अलग-अलग इकाइयां स्थापित की हैं। हमारे पास केवल प्रीमियम बाइक कारोबार को देखने के लिए एक समर्पित इकाई है। उत्पाद योजना अथवा लॉन्च के लिहाज से योजना में फिलहाल कोई बदलाव नहीं होगा।