Abhiraj Singh Bhal, chief executive and co-founder of Urban Company
आईपीओ की सफलता अर्बन कंपनी के नए सफर की शुरुआत अर्बन कंपनी (Urban Company) के मुख्य कार्याधिकारी और सह-संस्थापक अभिराज सिंह भाल कंपनी की धमाकेदार सूचीबद्धता के बाद अपने गुरुग्राम कार्यालय लौट गए हैं। अर्बन कंपनी 2025 में सबसे अधिक अभिदान प्राप्त करने वाली आईपीओ बन गई, जिसे खुलने के कुछ ही घंटों के भीतर निर्गम आकार से 104 गुना अधिक बोलियां प्राप्त हुईं। 2025 में मुनाफे में आने वाली इस कंपनी का परिचालन देश के 47 शहरों और चार विदेशी बाजारों में है। पीरजादा अबरार के साथ बातचीत में बहल ने लाभप्रदता, प्रतिस्पर्धी रणनीति और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के माध्यम से भारत के असंगठित घरेलू सेवा पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने के अपने दृष्टिकोण पर चर्चा की। बातचीत के संपादित अंश: अर्बन कंपनी के आईपीओ के प्रदर्शन से आप संतुष्ट हैं और आपके अनुमान की तुलना में 23,987 करोड़ रुपये का मूल्यांकन कैसा है?
आप इस आईपीओ को अन्य प्रमुख स्टार्टअप आईपीओ जैसे कि जोमैटो, नायिका या स्विगी की तुलना में कैसे देखते हैं?
हमें जो प्रतिक्रिया मिली है, उसके लिए हम बहुत आभारी हैं। हमें अभी बहुत लंबा रास्ता तय करना है और बहुत कुछ साबित करना है। हमें निरंतर बेहतर प्रदर्शन करके बाजार में अपना विश्वास अर्जित करना होगा। अपने खुलासों में ईमानदार और पारदर्शी होना होगा और निवेशकों को उनकी जरूरत की सभी जानकारी उपलब्ध करानी होगी। यह अर्बन कंपनी को आने वाले 20 वर्षों में बहुत बड़ी और प्रभावशाली कंपनी बनाने के सफर की शुरुआत है। हम सभी मौजूदा कंपनियों का सम्मान करते हैं और उनसे प्रेरणा लेते हैं। एक्सेल को अपने शुरुआती निवेश से 28 गुना रिटर्न मिल रहा है।
क्या आप बता सकते हैं कि संस्थापक टीम के सदस्यों और निवेशकों को कैसा रिटर्न मिला है?
हम अपने शुरुआती निवेशकों एलिवेशन, एक्सेल, बेसेमर और वी कैपिटल के बहुत आभारी हैं। एलिवेशन और एक्सेल ने उस समय कंपनी पर दांव लगाया था, जब पंजीकरण प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई थी। हम आईपीओ में आने वाले सभी निवेशकों के बारे में भी ऐसा ही सोचते हैं।
वित्त वर्ष 2025 में हमारा राजस्व लगभग 1,144.5 करोड़ रुपये था तथा मुनाफा बहुत छोटा था। कई मायनों में जो निवेशक आज कंपनी में अपनी मेहनत की कमाई लगा रहे हैं, वे भी वैसा ही दांव लगा रहे हैं जैसा कुछ शुरुआती निवेशकों ने लगाया था। हमें मूल्यांकन की चिंता नहीं है। हम दीर्घकालिक मूल्य सृजन को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हैं।
वित्त वर्ष 2025 में आप मुनाफे में आ गए। इस बदलाव के पीछे कौन से प्रमुख परिचालन परिवर्तन थे और क्या कंपनी के विस्तार के साथ यह लाभ मार्जिन टिकाऊ है?
हमारा कुल राजस्व वित्त वर्ष 2022 के 437.6 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में 1,144.5 करोड़ रुपये हो गया। अगर आप उस तीन साल की अवधि को देखें तो हमने अपने राजस्व में लगभग 707 करोड़ रुपये का इजाफा किया।
वित्त वर्ष 2025 में कर बाद लाभ 240 करोड़ रुपये था लेकिन यह मुख्य रूप से एकबारगी लेखा प्रविष्टि के कारण था जिसे आस्थगित कर परिसंपत्ति कहा जाता है। इस प्रकार व्यवसाय की वर्तमान लाभप्रदता करीब 12 करोड़ रुपये तथा कर पूर्व लाभ 28 करोड़ रुपये थी। अच्छी खबर यह है कि कारोबार ने एक नया मोड़ ले लिया है और समायोजित एबिटा अब सकारात्मक हो गया है। हमारा मार्जिन बहुत अच्छा है, इसलिए यदि आप अपनी निश्चित लागतों को काफी हद तक नियंत्रित रखते हैं तो आप वृद्धिशील राजस्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अंतिम परिणाम में देख सकते हैं।
अर्बन कंपनी ब्रेक-ईवन चरण वाली कंपनी है जिसने छोटा मुनाफा कमाया है।सेवा पेशेवरों से आपकी वर्तमान प्राप्ति दर क्या है और आप उन्हें प्रोत्साहित करते हुए बेहतर मार्जिन बनाए रखने में कैसे संतुलन बनाते हैं? क्या आपको अपनी वृद्धि में कोई बाधा दिख रही है?
हमारा मॉडल ऐसा है कि लगभग एक-चौथाई कमाई हमें मिलती है और लगभग तीन-चौथाई पेशेवरों को। हमारे प्लेटफॉर्म पर पेशेवर बहुत अच्छी कमाई करते हैं। उदाहरण के लिए, वित्त वर्ष 2025 में पेशेवरों की औसत कमाई 26,500 रुपये प्रति माह रही। कुल कमाई 50,000 थी, लेकिन कमीशन, फीस, यात्रा लागत और उत्पाद लागत को हटाने के बाद वास्तविक नकद राशि 26,500 रुपये थी। जैसे-जैसे हम अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं और नए बाजार में जा रहे हैं सेवा पेशेवरों को भी ज्यादा काम मिल रहा है। आय के अलावा हम कई तरह के लाभ भी प्रदान करते हैं। उन्हें नौकरी के दौरान मुफ्त जीवन और दुर्घटना बीमा और स्वास्थ्य बीमा मिलता है। हम अपने प्लेटफॉर्म के जरिये कम दरों पर पर्सनल और वाहन ऋण भी उपलब्ध कराते हैं। प्रशिक्षण भी हमारे काम का एक बड़ा हिस्सा है। हमारे श्रमबल का लगभग एक-तिहाई हिस्सा महिलाओं का है। उनके लिए हमने हाल ही में प्रोजेक्ट उड़ान शुरू किया है, जो मोबिलिटी समाधान कार्यक्रम है। यह उन्हें दोपहिया वाहन खरीदने और उसे चलाना सीखने में मदद करता है।
स्थानीय एवं नई कंपनियां कीमतों में कटौती कर सकती हैं। ऐसे में आप उनका सामना कैसे करेंगे? होम सर्विसेज बाजार का 1 फीसदी से भी कम हिस्सा ऑनलाइन और संगठित है। रेडसीर के आकलन के अनुसार, भारत में फिलहाल यह बाजार करीब 5.5 लाख करोड़ रुपये का है और इसके सालाना करीब 10 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। अगले 5 साल में यह बाजार करीब 8.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। मैं समझता हूं कि इस क्षेत्र में काम करने वालों को केवल 1 फीसदी बाजार को आपस में बांटने पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए, बल्कि असली काम यह है कि हम उस 1 फीसदी को बढ़ाकर 20 फीसदी तक कैसे ले जाएं। जाहिर तौर पर इसके लिए हमें नवाचार करने की जरूरत है। हमें सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर करनी होगी, बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी और बेहतर मूल्य प्रदान करना होगा। इन कारकों से बाजार को ऑफलाइन से ऑनलाइन करने में मदद मिलेगी।
अब 1,900 करोड़ रुपये जुटाने के साथ आपकी प्रमुख निवेश प्राथमिकता क्या होगी? क्या आप विदेश में विस्तार, नई श्रेणियों में उतरने अथवा बाजार में अधिक पहुंच हासिल करने की योजना बना रहे हैं? करीब 472 करोड़ रुपये के प्राथमिक निर्गम और 1,428 करोड़ रुपये के ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) थे। प्राथमिक निर्गम से जुटाई जाने वाली रकम के इस्तेमाल के बारे में हमने सोच रखा है। इसके प्रमुख क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी विकास और क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं। इसके अलावा हम सभी टचपॉइंट में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) के इस्तेमाल के बारे में भी सोच रहे हैं। हम प्रशिक्षण में अधिक निवेश करना चाहते हैं। इसके अलावा कुछ रकम मार्केटिंग, ब्रांड निर्माण और उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए भी रखी जाएगी। फिलहाल हम अपनी अंतरराष्ट्रीय मौजूदगी से संतुष्ट हैं। निकट भविष्य में वैश्विक विस्तार की कोई योजना नहीं है। हम उन्हीं बाजारों पर ध्यान केंद्रित करेंगे जहां हम पहले से ही मौजूद हैं। भारत में हम 47 शहरों में मौजूद हैं। वैश्विक स्तर पर हम चार शहरों- दुबई, अबु धाबी, शारजाह और सिंगापुर में मौजूद हैं।