फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने सोमवार को एक अनोखे फीचर का ऐलान किया, जिसके तहत अब यूजर अगर उपवास पर रहेंगे तो उन्हें नोटिफिकेशन नहीं मिलेगा। स्विगी ने इसे “फास्टिंग मोड” फीचर का नाम दिया है। यूजर्स अब उपवास के दौरान “फास्टिंग मोड” ऑन कर नोटिफिकेशंस को रोक सकते हैं। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि यह फीचर रमजान से लेकर नवरात्रि जैसे पर्व के दौरान यूजर्स की जरूरत को देखते हुए तैयार किया गया है।
कंपनी ने अपने बयान में कहा, “यूजर्स स्विगी ऐप से किसी भी समय फास्टिंग मोड को ऑन या ऑफ कर सकते हैं। एक बार सक्रिय होने पर, रमजान के दौरान उपवास करने वाले सभी यूजर्स के लिए सुहूर से शाम 4 बजे तक खाने की नोटिफिकेशंस रुक जाएंगी। उपवास के घंटों के बाद नोटिफिकेशंस अपने आप फिर से शुरू हो जाएंगी, और यूजर्स को इसे दोबारा चालू करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।”
यह मोड साल भर अलग-अलग त्योहारों के दौरान उपलब्ध रहेगा, जिसमें लोग उपवास पर रहते हैं। इसके यूजर्स को नोटिफिकेशंस को बंद करने में अधिक आसानी होगी।
इससे पहले स्विगी ने सुपर फास्ट डिलीवरी की दुनिया में भी अपना दबदबा बनाने की तैयारी का ऐलान किया था। कंपनी ने कहा था कि वह अपनी सप्लाई चेन सब्सिडियरी Scootsy में 1,000 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश करने जा रही है। इसका मकसद डिलीवरी को और तेज करना और ग्रॉसरी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक के सामान को 10 मिनट या उससे भी कम समय में ग्राहकों तक पहुंचाना है।
गौरतलब है कि स्विगी इससे पहले भी दिसंबर 2024 में 1,600 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है, और अब यह नया निवेश एक या ज्यादा चरणों में किया जाना है। कंपनी ने तब कहा था यह व्यापार को और बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।
बता दें कि स्विगी का वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के दौरान शुद्ध घाटा बढ़कर 799 करोड़ रुपये हो गया था। इसने एक साल पहले की अवधि में 574.4 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था। हालांकि, कंपनी का परिचालन से समेकित राजस्व सालाना आधार पर 31 प्रतिशत बढ़कर 3,993 करोड़ रुपये हो गया था, जबकि वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 3,049 करोड़ रुपये था। स्विगी की समेकित कुल आय भी वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के दौरान 30.8 प्रतिशत बढ़कर 4,095.8 करोड़ रुपये हो गई, जबकि वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में यह 3,130.9 करोड़ रुपये थी।