facebookmetapixel
Luxury Cars से Luxury Homes तक, Mercedes और BMW की भारत में नई तैयारीFiscal Deficit: राजकोषीय घाटा नवंबर में बजट अनुमान का 62.3% तक पहुंचाAbakkus MF की दमदार एंट्री: पहली फ्लेक्सी कैप स्कीम के NFO से जुटाए ₹2,468 करोड़; जानें कहां लगेगा पैसाYear Ender: युद्ध की आहट, ट्रंप टैरिफ, पड़ोसियों से तनाव और चीन-रूस संग संतुलन; भारत की कूटनीति की 2025 में हुई कठिन परीक्षाYear Ender 2025: टैरिफ, पूंजी निकासी और व्यापार घाटे के दबाव में 5% टूटा रुपया, एशिया की सबसे कमजोर मुद्रा बनाStock Market 2025: बाजार ने बढ़त के साथ 2025 को किया अलविदा, निफ्टी 10.5% उछला; सेंसेक्स ने भी रिकॉर्ड बनायानिर्यातकों के लिए सरकार की बड़ी पहल: बाजार पहुंच बढ़ाने को ₹4,531 करोड़ की नई योजना शुरूVodafone Idea को कैबिनेट से मिली बड़ी राहत: ₹87,695 करोड़ के AGR बकाये पर लगी रोकYear Ender: SIP और खुदरा निवेशकों की ताकत से MF इंडस्ट्री ने 2025 में जोड़े रिकॉर्ड ₹14 लाख करोड़मुंबई में 14 साल में सबसे अधिक संपत्ति रजिस्ट्रेशन, 2025 में 1.5 लाख से ज्यादा यूनिट्स दर्ज

UltraTech Cement: नरम मांग, ऊंची लागत से दबाव

अल्ट्राटेक सीमेंट ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में मजबूत प्राप्तियों और कुछ बिक्री वृद्धि के साथ शानदार आंकड़े दर्ज किए हैं।

Last Updated- April 30, 2025 | 11:01 PM IST
UltraTech

अल्ट्राटेक सीमेंट ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में मजबूत प्राप्तियों और कुछ बिक्री वृद्धि के साथ शानदार आंकड़े दर्ज किए हैं। कंपनी का समेकित राजस्व एक साल पहले की तुलना में 13 फीसदी तक बढ़कर 23,060 करोड़ रुपये हो गया और इसमें तिमाही आधार पर 29 फीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ।

प्रति टन मिश्रित प्राप्तियां सालाना आधार पर 8.7 फीसदी और तिमाही आधार पर 8.1 फीसदी सुधरकर 6,326 करोड़ रुपये प्रति टन पर पहुंच गईं। परिचालन लाभ सालाना आधार पर 12.3 फीसदी और तिमाही आधार पर 59.5 फीसदी बढ़कर 4,620 करोड़ रुपये हो गया। प्रति टन परिचालन लाभ की प्राप्ति सालाना आधार पर 8 फीसदी और तिमाही आधार पर 32.9 फीसदी वृद्धि के साथ 1,267 रुपये प्रति टन रही।  

हालांकि परिचालन व्यय में इजाफा हुआ लेकिन इसकी भरपाई मजबूत प्राप्तियों से हुई। समायोजित शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 9.6 प्रतिशत (तिमाही आधार पर 81.5 प्रतिशत) बढ़कर 2,470 करोड़ रुपये हो गया। शुद्ध लाभ मार्जिन घटकर 10.7 प्रतिशत रह गया जबकि चौथी तिमाही में यह 11.1 प्रतिशत था।

कंपनी लागत को अनुकूल बनाने के अपने मौजूदा प्रयासों में काफी हद तक सफल रही है। उसकी अक्षय ऊर्जा क्षमता सालाना आधार पर 612 मेगावॉट से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में 752 मेगावॉट हो गई। कंपनी ने वित्त वर्ष 27 तक इसे 2.1 गीगावॉट पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है, ताकि कुल ऊर्जा जरूरतों का 30 प्रतिशत हिस्सा पूरा किया जा सके। वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम्स (डब्ल्यूएचआरएस) में निवेश किया जा रहा है और संबंधित परियोजनाओं में लगभग 1,000 करोड़ रुपये लगाए गए हैं।

प्रबंधन अल्ट्राटेक के मुख्य परिचालन में 300 रुपये से अधिक प्रति टन परिचालन लाभ सुधार के लिए प्रतिबद्ध है और उसे 86 रुपये प्रति टन सुधार में सफलता मिल चुकी है। नए अधिग्रहणों के लिए इंडिया सीमेंट्स ने वित्त वर्ष 2026 तक 500 रुपये प्रति टन परिचालन लाभ, वित्त वर्ष 2027 तक 800 रुपये प्रति टन और वित्त वर्ष 2028 तक 1,00 रुपये प्रति टन परिचालन लाभ के लक्ष्य की योजना बनाई है। केसोराम के लिए प्रति टन परिचालन मुनाफा वित्त वर्ष 2026 की चौथी तिमाही तक 1,000 रुपये प्रति टन के पार पहुंच सकता है।

अल्ट्राटेक की घरेलू ग्रे सीमेंट क्षमता 18.4 करोड़ टन सालाना है और प्रबंधन ने वित्त वर्ष 2026 में इसके दो अंक की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है। अधिग्रहण के बाद पहली तिमाही में ही इंडिया सीमेंट्स परिचालन लाभ के लिहाज से नुकसान खत्म करने की स्थिति में आ गई और पहली बार मार्च 2025 तक उसकी मासिक बिक्री 10 लाख टन पार कर गई। केसोराम के सीमेंट खंड को मार्च 2025 से शामिल किया गया जिसमें बड़ा सुधार हुआ। इंडिया सीमेंट्स और केसोराम का पूर्ण परिचालन और ब्रांड एकीकरण वित्त वर्ष 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। अल्ट्राटेक ने व्हाइट सीमेंट पुट्टी निर्माण संयंत्र का अधिग्रहण लगभग पूरा कर लिया है, जिससे मूल्य वर्धित निर्माण सामग्री में उसकी उपस्थिति बढ़ गई है। मजबूत परिचालन प्रदर्शन और अधिग्रहणों ने सुनिश्चित किया है कि कंपनी बाजार में अग्रणी बनी रहे। अधिग्रहणों का एकीकरण जारी है। शुद्ध ऋण/परिचालन लाभ 1.16 गुना पर सहज बना हुआ है।

हालांकि, अल्ट्राटेक का मूल्यांकन प्रतिस्पर्धियों की तुलना में काफी अधिक है। निवेशकों को तेज गर्मी या मॉनसून के कारण मांग में कमजोरी, या पेट कोक में कच्चे माल की महंगाई या घरेलू अर्थव्यवस्था के लिए कमजोर आर्थिक हालात को बढ़ावा देने वाली भू-राजनीतिक हलचल पर नजर रखने की जरूरत है।

First Published - April 30, 2025 | 10:29 PM IST

संबंधित पोस्ट