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इस साल सीमेंट कंपनियों का मुनाफा 18 फीसदी तक बढ़ने का अनुमान

सीमेंट पर जीएसटी कटौती से ग्रामीण आवास में समूचे निर्माण खर्च में 0.8 से 1.0 प्रतिशत तक की कमी आने की उम्मीद है। इससे बिक्री को बढ़ावा मिलेगा और क्षमता वृद्धि में मदद मिलेगी।

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प्राची पिसल   
Last Updated- September 24, 2025 | 8:11 AM IST

इस वित्त वर्ष के दौरान सीमेंट कंपनियों का परिचालन लाभ 12 से 18 प्रतिशत तक बढ़कर 900 से 950 रुपये प्रति टन होने का अनुमान है। रेटिंग एजेंसी इक्रा के अनुसार अच्छी मांग, बेहतर प्राप्ति और सीमित इनपुट लागत की बदौलत से ऐसा होगा।

पिछले वित्त वर्ष में सीमेंट कंपनियों का एबिटा से पहले का परिचालन लाभ प्रति टन 806 रुपये रहा। खास तौर पर वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही के दौरान कमजोर प्राप्तियों, लंबे समय तक बारिश रहने और आम चुनावों के बीच सरकारी पूंजीगत व्यय पर पड़ने वाले असर की वजह से प्रति टन एबिटा घटा और इसके परिचालन लाभ में पिछले साल के मुकाबले 16 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

इक्रा के विश्लेषण में एसीसी, अंबुजा सीमेंट्स, जेके सीमेंट्स, जेके लक्ष्मी सीमेंट, रैमको सीमेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, डालमिया भारत, बिड़ला कॉर्पोरेशन, श्री सीमेंट, सागर सीमेंट्स और हीडलबर्ग सीमेंट इंडिया शामिल हैं। उद्योग की क्षमता में इनकी संयुक्त हिस्सेदारी 74 प्रतिशत है।

सीमेंट पर जीएसटी कटौती से ग्रामीण आवास में समूचे निर्माण खर्च में 0.8 से 1.0 प्रतिशत तक की कमी आने की उम्मीद है। इससे बिक्री को बढ़ावा मिलेगा और क्षमता वृद्धि में मदद मिलेगी। सीमेंट की अच्छी मांग की बदौलत वित्त वर्ष 26 में सीमेंट की औसत प्राप्ति 3 से 5 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है।

कुछ क्षेत्रों में मॉनसून की जल्द शुरुआत के बावजूद आवास और बुनियादी ढांचा श्रेणियों की जोरदार मांग के कारण वित्त वर्ष 26 के पहले 5 महीने में सीमेंट की बिक्री में 8.5 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई। इस दौरान सीमेंट की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले 7.4 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ। उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों में खासा इजाफा हुआ।

First Published : September 24, 2025 | 8:11 AM IST