स्वर्ण आभूषणों के लिए भारतीयों की पसंद चूंकि लगातार मजबूत बनी हुई है, इसलिए अपने राजस्व का 80 प्रतिशत से अधिक भाग तनिष्क से हासिल करने वाली टाइटन इंडस्ट्रीज का कहना है कि अगले दो से तीन साल में हीरा आभूषणों का योगदान बढ़कर 30 प्रतिशत तक होने की उम्मीद है। वर्तमान में फर्म अपने राजस्व का 26 प्रतिशत भाग हीरे जड़ित आभूषणों से प्राप्त करती है।
टाइटन इंडस्ट्रीज के मुख्य वित्तीय अधिकारी अशोक सोंथालिया ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि दिसंबर तिमाही के दौरान आभूषण वर्ग से टाइटन की कुल आय में 11.2 प्रतिशत तक का इजाफा नजर आया है। कंपनी को जनवरी में मांग में तेजी नजर आई है।
सोंथालिया ने कहा कि दिसंबर में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी ने खरीदारों को बाजार से दूर रखा क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि यह बढ़ोतरी अस्थायी है। आखिर में वे खरीदार लौट आए, जब उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि दाम अधिक बने रहेंगे और शादी-विवाह से संबंधित खरीदारी को टाला नहीं किया जा सकता है।
टाइटन अंतरराष्ट्रीय बाजार में तनिष्क स्टोर खोल रही है। उसे उम्मीद है कि वित्त वर्ष 24 के अंत तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कुल संख्या बढ़कर 20 हो जाएगी। फर्म का इरादा वित्त वर्ष 24 में घरेलू बाजार में अपने आभूषण ब्रांड के स्टोरों की संख्या बढ़कर 40 से 46 तक करने का भी है।