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Byju’s से मिले 53.3 करोड़ डॉलर का पता बताओ वरना जेल जाओ: फेडरल जज ने अमेरिकी हेज फंड मैनेजर को दिया आदेश

कोर्ट रिकॉर्ड के अनुसार, Byju's ने पिछले साल Camshaft Fund में 53.3 करोड़ डॉलर की लोन की रकम का निवेश किया था। माना जा रहा है कि Byju's ने इसे छिपाने की कोशिश की थी।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- June 12, 2024 | 1:55 PM IST

Byju’s bankruptcy case: संकट के दौर से गुजर रही भारत की एडटेक फर्म बैजूस (Byju’s) के अमेरिका में चल रहे दिवालिया मामले में फेडरल जज ने आदेश जारी किया है। यह वार्निंग अमेरिका के हेज फंड मैनेजर (hedge fund manager) के खिलाफ है। फेडरल जज ने कहा है कि अगर फंड मैनेजर को गिरफ्तार होने से बचना है तो उन्हें Byju’s से मिले 53.3 करोड़ डॉलर यानी 533 मिलियन डॉलर का पता बताना होगा। कोर्ट रिकॉर्ड के अनुसार, Byju’s ने पिछले साल इस फंड में 533 मिलियन डॉलर की लोन की रकम का निवेश किया था। माना जा रहा है कि Byju’s ने इस ट्रांजैक्शन को छिपाने की कोशिश की थी।

ब्लूमबर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि अमेरिका के दिवालिया मामलों के जज (US Bankruptcy Judge) जॉन डॉर्सी (John Dorsey) ने विलमिंगटन, डेलावेयर में अदालती सुनवाई के दौरान कैमरशाफ्ट फंड (Camshaft Fund) के फाउंडर विलियम सी मॉर्टन (William C Morton) के खिलाफ गिरफ्तारी आदेश को रद्द करने पर शर्त के साथ सहमति जताई है।

क्या है Byju’s का यह मामला? समझिये डिटेल में

कोर्ट रिकॉर्ड के अनुसार, Byju’s ने पिछले साल इस फंड में 533 मिलियन डॉलर की लोन की रकम का निवेश किया था। बाद में यह पैसा एक इंगलैंड के कर्जदाता और फिर एक अज्ञात, गैर-अमेरिकी यूनिट में ट्रांसफर किया गया जो Byju’s से जुड़ी हुई थी। अब कर्जदाता Byju’s की एक अमेरिकी यूनिट के दिवालिया मामले का उपयोग करके इस नकदी की वसूली की कोशिश कर रहे हैं।

10 दिनों के भीतर लौटें हेज फंड मैनेजर

न्यायाधीश ने मॉर्टन को आदेश देते हुए कहा कि वे 10 दिनों के भीतर अमेरिका लौटें और Byju’s के कर्जदताओं के वकीलों से मिलें। बता दें कि मॉर्टन आज सुनवाई के दौरान प्रत्यक्ष रूप से कोर्ट में मौजूद नहीं थे। वे दुबई से वीडियो के माध्यम से अदालत की सुनवाई में शामिल हुए लेकिन उन्होंने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया।

कोर्ट ने फंड मैनेजर पर जज ने सवालों का जवाब देने से बचने के लिए अमेरिका से भागने का आरोप लगाया है और कहा है कि अगर मॉर्टन 10 दिनों के भीतर उपस्थित नहीं होते हैं, तो गिरफ्तारी आदेश को फिर से लागू किया जाएगा। जज डॉर्सी ने कहा, ‘हमें किसी तरह इस मामले को आगे बढ़ाना होगा।’

गायब हुआ पैसा कर्जदाताओं और Byju’s के फाउंडर बैजू रवींद्रन के स्टार्टअप के बीच विवाद की जड़ है। बता दें कि Byju’s के पास कर्जदाताओं को देने के लिए 1.2 बिलियन डॉलर का बकाया है।

गौरतलब है कि Byju’s का आधिकारिक नाम थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड है। इस नकदी का मामला दिवालिया कंपनी बैजूस अल्फा इंक (Byju’s Alpha Inc.) से जुड़ा हुआ है।

क्या है हेज फंड मैनेजर की दलील

मॉर्टन के वकील पीटर वैन टोल (Pieter Van Tol) ने जज डॉर्सी को बताया कि मनी मैनेजर की उम्र 20 साल के करीब है और वे सवालों का जवाब देने और कर्जदाताओं के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं। वैन टोल ने अदालत में कहा कि गिरफ्तारी के डर के कारण मॉर्टन ने मायामी (Miami) में कर्जदाताओं से बात करने से पहले इनकार कर दिया था। मॉर्टन का हेज फंड मायामी में ही है।

First Published : June 12, 2024 | 1:43 PM IST