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भारत की पहली निजी सैटकॉम कंपनी बनेगी अनंत टेक्नोलॉजीज, 2028 से देशभर में देगी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवा

अनंत टेक्नोलॉजीज 2028 से भारत में स्वदेशी सैटेलाइट के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा शुरू करने वाली पहली निजी भारतीय कंपनी बनने जा रही है।

Last Updated- July 05, 2025 | 12:26 PM IST
satellite
प्रतीकात्मक तस्वीर | फोटो क्रेडिट: Pixabay

हैदराबाद की कंपनी अनंत टेक्नोलॉजीज भारत की पहली निजी कंपनी बनने जा रही है, जो स्वदेशी सैटेलाइट के जरिए सैटेलाइट कम्युनिकेशन (सैटकॉम) सर्विस देगी। भारत के अंतरिक्ष और टेलीकॉम सेक्टर के लिए यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है। न्यूज वेबसाइट द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACe) ने अनंत टेक्नोलॉजीज को 2028 से देश में ब्रॉडबैंड-फ्रॉम-स्पेस सर्विस शुरू करने की मंजूरी दे दी है। इस फैसले के साथ कंपनी अब स्टारलिंक, यूरोप की यूरोसैट वनवेब और अमेजन के प्रोजेक्ट काइपर जैसे बड़े इंटरनेशनल प्लेयर्स के साथ सीधे मुकाबला कर सकेगी।

अनंत टेक्नोलॉजीज का क्या है प्लान?

अनंत टेक्नोलॉजीज 4 टन वजन वाले एक जियोस्टेशनरी (GEO) सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी कर रही है, जो 35,000 किलोमीटर की ऊंचाई पर तैनात होगा। यह सैटेलाइट पूरे भारत में 100 गीगाबिट प्रति सेकंड की डेटा स्पीड देगा। कंपनी ने इस प्रोजेक्ट के लिए शुरुआती तौर पर 3,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। जरूरत पड़ने पर और फंडिंग की जाएगी।

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GEO सैटेलाइट का फायदा यह है कि एक ही सैटेलाइट पूरे भारत को कवर कर सकता है, जबकि स्टारलिंक जैसे लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट्स को पूरी तरह कवरेज के लिए कई सैटेलाइट्स की जरूरत पड़ती है। हालांकि, GEO सैटेलाइट्स में लेटेंसी (डेटा ट्रांसफर में देरी) LEO की तुलना में ज्यादा होती है।

वोडाफोन आइडिया और स्टारलिंक की नई पहल

इधर, भारत में सैटकॉम सर्विस के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक को जल्द ही भारत में काम शुरू करने की अंतिम मंजूरी मिलने वाली है। IN-SPACe ने स्टारलिंक को ड्राफ्ट लेटर ऑफ इंटेंट जारी किया है, जिसके बाद औपचारिक मंजूरी मिल जाएगी। स्टारलिंक को मई में ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (GMPCS) लाइसेंस मिल चुका है, जिसके बाद वह भारत में कमर्शियल सर्विस देने वाली तीसरी सैटकॉम कंपनी बन गई है।

दूसरी ओर, वोडाफोन आइडिया ने अमेरिकी कंपनी AST स्पेसमोबाइल के साथ साझेदारी की है, ताकि स्मार्टफोन्स में सीधे सैटेलाइट फोन सर्विस दी जा सके। AST स्पेसमोबाइल ने हाल ही में अंतरिक्ष से पहला वॉयस और वीडियो कॉल करके अपनी तकनीक का लोहा मनवाया है। यह साझेदारी भारत के उन इलाकों में मोबाइल कनेक्टिविटी बढ़ाने पर केंद्रित है, जहां अभी नेटवर्क नहीं पहुंचा है।

First Published - July 5, 2025 | 12:26 PM IST

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