टाटा कम्युनिकेशंस वाईमैक्स तकनीक पर तकरीबन 2,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी अपनी वायरलेस ब्रॉडबैंड सेवाएं वाईमैक्स प्लेटफॉर्म पर ही मुहैया कराएगी। इसके लिए उसने अमेरिका की टेलसिमा कॉर्पोरेशन के साथ करार किया है। करार के तहत टेलसिमा टाटा कम्युनिकेशंस को वाईमैक्स के लिए जरूरी उपकरण मुहैया कराएगी।
कंपनी की रिटेल कारोबार की इकाई के अध्यक्ष शंकर प्रसाद ने आज यहां बताया कि इस उपक्रम में यह भारी भरकम निवेश 2010 तक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रिटेल कारोबार में कुछ हिस्सेदारी बेचने का भी कंपनी का इरादा है। इसके लिए कई निवेशकों से बातचीत चल रही है।
वाईमैक्स प्लेटफॉर्म पर रिटेल उपभोक्ताओं के लिए वायरलेस सेवाएं प्रदान करने वाली टाटा कम्युनिकेशंस देश की पहली कंपनी होगी। वाईमैक्स प्रौद्योगिकी से वायरलेस इंटरनेट की सुविधा 5 से 7 किलोमीटर के दायरे में मिल जाती है। इसके उलट वाईफाई प्रौद्योगिकी में उपभोक्ता महज कुछ सौ मीटर के दायरे में ही इंटरनेट का इस्तेमाल कर पाता है।
शुरुआती चरण में कंपनी के वाईमैक्स नेटवर्क पर ब्रॉडबैंड इंटरनेट सुविधा और कंटेट सेवाएं प्रदान की जाएंगी। ये सेवाएं आरंभ में दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलूर, चेन्नई, हैदराबाद, कोचीन, चंडीगढ़ और कोलकाता के ग्राहकों को ही मिल पाएंगी। कंपनी इसी साल के अंत तक 15 शहरों में यह सेवा पहुंचाना चाहती है।
प्रसाद ने कहा, इसी वजह से हमने टेलसिमा के साथ करार किया है। वहां से बेहतर गुणवत्त्ता वाला बुनियादी ढांचा और उपकरण जल्दी मिल जाएंगे। हमने 3,000 बेस स्टेशन तो पहले ही तैयार कर लिए हैं। ग्राहकों को हम वीडियो, शिक्षा, संगीत और कारोबारी सेवाओं की सुविधा देंगे।
कंपनी भारत में उन हिस्सों पर ज्यादा ध्यान दे रही है, जहां अभी तक दूरसंचार सेवाओं के लिए तार नहीं बिछ पाए हैं। प्रसाद के मुताबिककिफायती होने की वजह से वाईमैक्स आम हिंदुस्तानी के लिए ज्यादा फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि देश की आबादी सवा अरब के करीब पहुंच रही है, लेकिन ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या महज 31 लाख है। बाकी हिस्सों से भी मांग बढ़ती जा रही है, जिसे वाईमैक्स के जरिये पूरा किया जा सकता है।
