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टाटा रियल्टी को इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) से 825 करोड़ रुपये का लोन मिला है। ये पैसा चेन्नई के रामानुजन इंटेलियन पार्क नाम की इमारत को और बेहतर बनाने में लगाया जाएगा। ये इमारत खास है क्योंकि ये पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाती है। इसको एक खास सर्टिफिकेट भी मिला है। इस पार्क में कई सारी चीज़ें ऐसी हैं जिनकी वजह से कम बिजली लगती है, पानी की बचत होती है और हवा को भी कम खराब करती है।
चेन्नई में तारामणि इलाके के आईटी एक्सप्रेसवे (ओल्ड महाबलीपुरम रोड) पर रामानुजन इंटेलियन पार्क स्थित है। ये 25.27 एकड़ का एक बड़ा आईटी पार्क है। इसमें दो भाग हैं – एक स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) और दूसरा नॉन-SEZ एरिया। इस पार्क में छह बिल्डिंग हैं और यहां रोजाना 40,000 से 60,000 तक लोग काम करते हैं।
इसके अलावा, इस पार्क में ताज होटल्स की तरफ से चलने वाली एक लग्जरी फैसिलिटी भी है – ताज वेलिंगटन म्यूज़ होटल। इसमें 112 सर्विसड अपार्टमेंट और 1500 लोगों की बैठक क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर है। खास बात ये है कि इस पूरी फैसिलिटी को महिलाएं ही चलाती हैं। ये ना सिर्फ सर्विस क्वालिटी बढ़ाता है बल्कि हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देता है।
टाटा रियल्टी पर्यावरण के फ्रेंडली निर्माण को बढ़ावा देने के लिए निरंतर काम कर रही है और पूरे भारत में ऐसे ही दफ्तर बनाने की कोशिश कर रही है। इस लोन का इस्तेमाल रामानुजन इंटेलियन पार्क को और भी ज्यादा पर्यावरण फ्रेंडली बनाने में किया जाएगा। इस पार्क में लगभग 47 लाख वर्ग फुट का ऑफिस एरिया है।
टाटा रियल्टी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ संजय दत्त का कहना है कि ये लोन इस पार्क को और बेहतर बनाने में मदद करेगा। इससे ये इमारत और भी ज्यादा टिकाऊ बन पाएगी। साथ ही ये कंपनी पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाने वाले दफ्तर बनाने की अपनी कमिटमेंट को भी मजबूत करेगी।
इस साझेदारी को और महत्वपूर्ण बनाते हुए, IFC के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय डायरेक्टर इमाद एन. फखौरी ने कहा कि “बिजनेस पार्क रियल एस्टेट क्षेत्र को पर्यावरण फ्रेंडली बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं, और टाटा रियल्टी का रामानुजन इंटेलियन पार्क इस बदलाव में सबसे आगे है। IFC का निवेश इस बात को बताता है कि जलवायु को ध्यान में रखते हुए की गई फाइनेंसिंग पर्यावरण को कैसे बेहतर बना सकती है। इससे टाटा रियल्टी को अपने नेट ज़ीरो कार्बन इमारतों के पोर्टफोलियो को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।”