Tata Group की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौते के तहत राज्य में 12,082 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
इस समझौते पर चेन्नई में तमिलनाडु ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट 2024 के दौरान साइन किये गए। इन्वेस्टर्स मीट का उद्घाटन 7 जनवरी को मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल द्वारा किया गया।
तमिलनाडु सरकार ने एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के दौरान कहा कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स मोबाइल फोन असेंबली ऑपरेशन के लिए 12,080 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक के इस निवेश से राज्य में 40,500 लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है।
इन्वेस्टर्स मीट के दौरान मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि राज्य में निवेश का एक महत्वपूर्ण प्रवाह देखा जा रहा है। तमिलनाडु सरकार ने जेएसडब्ल्यू रिन्यूएबल, टीवीएस ग्रुप और मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक के साथ क्रमशः 12,000 करोड़ रुपये, 5,000 करोड़ रुपये और 6,180 करोड़ रुपये के प्रमुख निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इसके अलावा टाटा ग्रुप की एक और कंपनी Tata Power तमिलनाडु में अगले पांच से सात वर्षों में 10 गीगावॉट वाली सौर और पवन ऊर्जा इकाई लगाएगी और इस पर 70,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। किसी भी राज्य में यह टाटा पावर का अब तक का सबसे बड़ा एकल निवेश हो सकता है।
यह भी पढ़ें: तमिलनाडु में 70,000 करोड़ रुपये लगाएगी Tata Power, लाएगी सोलर और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट
इसकी औपचारिक घोषणा सोमवार को हो सकती है। उस दिन राज्य सरकार और टाटा पावर के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर होंगे। यह निवेश 4.3 गीगावॉट सोलर सेल और मॉड्यूल विनिर्माण केंद्र के अतिरिक्त होगा जो कंपनी तिरुवेनवेली में लगा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एप्पल (Apple) के ताइवान आपूर्तिकर्ता पेगाट्रॉन द्वारा भी उत्पादन बढ़ाने के लिए 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की उम्मीद है।
इसके अलावा, हुंडई मोटर्स (Hyundai Motors) ने 6,180 करोड़ रुपये का निवेश करना की इच्छा जताई है और इसमें से निवेश का एक हिस्सा इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बैटरी और कार विनिर्माण के लिए उपयोग किया जाएगा।