टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स जल्द ही होसुर स्थित अपने नए आईफोन असेंबली प्लांट में 20,000 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती करेगा। इस कदम के बाद इस प्लांट में कुल कर्मचारियों की संख्या 40,000 तक पहुंच जाएगी। यह जानकारी टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने शनिवार को तमिलनाडु के रानीपेट में दी।
चंद्रशेखरन टाटा मोटर्स और जेएलआर द्वारा पनपक्कम में 9,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के भूमिपूजन समारोह में मौजूद थे। फिलहाल, टाटा समूह के विभिन्न व्यवसायों जैसे टीसीएस, टाइटन, टाटा केमिकल्स, टाटा पावर, आईएचसीएल और रिटेल बिजनेस में तमिलनाडु में 1,50,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में कंपनी ने होसुर, कृष्णागिरी में एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री की स्थापना की है। इस समय वहां 20,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं, जिनमें से 15,000 से अधिक महिलाएं हैं।
चंद्रशेखरन ने कहा कि अगले एक साल में इस यूनिट में कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 40,000 हो जाएगी, जिससे कार्यबल दोगुना हो जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि कंपनी के 1,50,000 प्रत्यक्ष कर्मचारियों के साथ ही लाखों लोग कंपनी के संपूर्ण इकोसिस्टम पर निर्भर हैं।
उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक फैक्ट्री नहीं है, बल्कि अत्याधुनिक और विश्वस्तरीय इकाई है, जहां उच्च गुणवत्ता वाले वाहनों का निर्माण किया जाएगा। पहली बार, इस आधुनिक प्लेटफॉर्म का विकास टाटा मोटर्स और जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) मिलकर करेंगे। फैक्ट्री के पूरी तरह चालू होने पर 5,000 प्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन होगा और इस क्षेत्र में एक नया इकोसिस्टम विकसित होगा, जिससे कई और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।”
पिछले तीन वर्षों में टाटा समूह ने तमिलनाडु में तीन प्रमुख निर्माण इकाइयों—टाटा पावर, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और टाटा मोटर्स—में भारी निवेश किया है। इसके अलावा, तमिलनाडु के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए समूह ने 2,200 करोड़ रुपये का निवेश भी किया है।