टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के पिछली तिमाही के नेट प्रॉफिट में 8.3% की कमी आई है। कंपनी को कुछ एकमुश्त खर्चों और पार्टनर कंपनियों से कम मुनाफा होने की वजह से नुकसान हुआ। हालांकि, कंपनी की कुल कमाई (रेवेन्यू) में 16.3% की बढ़ोतरी हुई है। ये बढ़ोतरी ऑर्गेनिक इंडिया और कैपिटल फूड्स जैसी कंपनियों को खरीदने और अपने मौजूदा कारोबार में 10% की बढ़ोतरी की वजह से हुई है।
भारत में कंपनी के पेय पदार्थों के कारोबार में 6% की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन गर्मी ज्यादा होने की वजह से ये बढ़ोतरी उम्मीदों से कम रही। वहीं, कॉफी के कारोबार में काफी अच्छी बढ़ोतरी हुई है और इसमें 28% की वृद्धि दर्ज की गई है।
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के अन्य कारोबारों में बढ़ोतरी
कंपनी के रेडी-टू-ड्रिंक बिजनेस नुरीशको की बिक्री में इस तिमाही 7% की बढ़ोतरी हुई है। लेकिन पिछली तिमाही की अच्छी बिक्री और गर्मी के मौसम में बाहर का खाना कम खाने की वजह से ये बढ़ोतरी उतनी अच्छी नहीं रही। भारत में कंपनी के खाद्य पदार्थों के कारोबार में 30% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। ये कारोबार लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
कंपनी के नमक के कारोबार में भी 9% की बढ़ोतरी हुई है। टाटा संपूर्ण ब्रांड की बिक्री में 37% की बढ़ोतरी हुई है। कैपिटल फूड्स और ऑर्गेनिक इंडिया जैसे नए कारोबार अब टाटा कंज्यूमर के भारत के कुल कारोबार का 29% हिस्सा बन गए हैं।
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का विदेशी कारोबार बढ़ा
कंपनी के विदेशी कारोबार में 10% की बढ़ोतरी हुई है। अगर कैपिटल फूड्स और ऑर्गेनिक इंडिया को हटाकर देखा जाए तो भी इसमें 8% की बढ़ोतरी हुई है। साथ ही, विदेशों में कंपनी का मुनाफा भी काफी बढ़ा है।
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ सुनील डिसूजा ने परिणाम जारी करते हुए कहा, भारत में कंपनी ने अपनी बिक्री और डिलीवरी को मजबूत बनाने के लिए नए कदम उठाए हैं। इसके अलावा, कंपनी ने दवाइयां बेचने वाली दुकानों और होटल-रेस्तरां में भी अपने उत्पाद बेचने की शुरुआत की है।
कैपिटल फूड्स और ऑर्गेनिक इंडिया को कंपनी में पूरी तरह से शामिल कर लिया गया है और इन दोनों कारोबारों से फायदा मिलना शुरू हो गया है। कंपनी का कहना है कि वो आगे भी अपने कारोबार को बढ़ाने और मुनाफा कमाने पर ध्यान देगी।