देश में विंड टरबाइन बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी सुजलॉन जॉन डीरि विंड एनर्जी और एडिसन मिशन एनर्जी को लगभग 590 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी।
दरअसल सुजलॉन ने इन कंपनियों को विंड टरबाइन की आपूर्ति की थी। लेकिन इन टरबाइनों के ब्लेड्स खराब निकलने के कारण दोनों ही कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। नोमुरा एशिया इक्विटी फोरम में मुख्य वित्तीय अधिकारी कीर्ति बागडिया ने बताया कि सुजलॉन जल्द ही इन दोनों कंपनियों को भुगतान करेगी।
कंपनी के वरिष्ठ वित्त प्रबंधक देवेन पटेल ने कहा कि कंपनी नवंबर तक इन ब्लेडों की मरम्मत का काम पूरा कर लेगी। कंपनी 2.1 मेगावाट की क्षमता वाले बी-2 सीरीज के सभी ब्लेड्स को सही करने के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
पटेल ने बताया, ‘दोनों कंपनियों को मुआवजे का भुगतान करने के लिए हमने पिछले वित्त वर्ष के बहीखातों में लगभग 5.9 लाख रुपये रखे थे। हम कंपनियों को कॉन्ट्रेक्ट के आधार पर इस मुआवजे का भुगतान करेंगे।’ बागडिया ने बताया, ‘इलीनोइस की जॉन डीरि और कैलिफोर्निया की एडिसन को खराब ब्लेडों के कारण सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था।’
गौरतलब है कि हाल के दिनों में ही सुजलॉन के मूल समूह तांती ने चीन के मंगोलिया में 8000 करोड़ रुपये का निवेश कर एक विंड फार्म लगाने के लिए संयुक्त उपक्रम की घोषणा की है। इस उपक्रम में बहरीन का आर्कैपिटा बैंक समूह का साझेदार बनेगा।