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सुजलॉन ने खरीदा अरेवा का हिस्सा

Last Updated- December 07, 2022 | 4:04 AM IST

दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी विंड टर्बाइन कंपनी सुजलॉन एनर्जी ने जर्मनी की विंड टर्बाइन कंपनी आरई पावर सिस्टम्स में फ्रांसीसी दिग्गज कंपनी अरेवा के 30 फीसदी शेयर खरीद लिए हैं।


सुजलॉन ने मई 2007 में आरई पावर सिस्टम्स को खरीदने के लिए लगभग 7,314 करोड़ रुपये खर्च किये थे। अरेवा ने बताया कि कंपनी ने आरई पावर सिस्टम्स में अपनी 30 फीसदी हिस्सेदारी सुजलॉन को लगभग 2,327 करोड़ रुपये में बेच दी है।

अरेवा अब अपना ध्यान और रणनीतिक निवेशों में लगाएगी। इस खरीद के बाद आरईपावर सिस्टम्स में सुजलॉन की हिस्सेदारी 36 फीसदी से बढ़कर 66 फीसदी हो गई है। सुजलॉन एनर्जी के  चेयरमैन व प्रबंध निदेशक तुलसी तांती ने कहा, ‘इस कदम से आरई पावर सिस्टम्स में हमारे विश्वास का पता चलता है।’ सितंबर 2007 में सुजलॉन ने अरेवा को आरई पावर सिस्टम्स खरीदने के मामले में पछाड़ दिया था।

मई 2007 में किये गये अधिग्रहण समझौते के तहत सुजलॉन के पास अरेवा के सभी वोटिंग अधिकार थे। इसके अलावा सुजलॉन के पास एक साल बाद पहले से ही तय कीमत पर अरेवा के शेयर खरीदने के  भी अधिकार थे। सुजलॉन अगले दो साल में पुर्तगाल की रियल एस्टेट कंपनी माटिफर के भी 23 फीसदी शेयर पहले से ही तय कीमत पर खरीद सकती है। यह सौदा मई 2009 में लगभग 1766 करोड़ रुपये में हो सकता है।

आरई पावर सिस्टम्स में मार्टिफर की भी हिस्सेदारी थी। लेकिन इसके भी वोटिंग अधिकार सुजलॉन के पास ही थे। कुछ हफ्ते पहले ही तुलसी तांती ने बताया था कि आरई पावर सिस्टम्स के अधिग्रहण के लिए सुजलॉन ने यूरो में लोन लिया था। उन्होंने इस बात के भी संकेत दिये थे कि कंपनी आरई पावर सिस्टम्स में अपनी कुछ हिस्सेदारी भी बेच सकती है।

First Published - June 6, 2008 | 11:58 PM IST

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