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स्पे​शियल्टी का दायरा बढ़ने से सन फार्मा को ताकत, ब्रोकरों को भी पसंद आ रहा कंपनी का दांव

Published by
राम प्रसाद साहू
Last Updated- March 26, 2023 | 11:18 PM IST

भारत की सबसे बड़ी सूचीबद्ध दवा कंपनी सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज (सन फार्मा) द्वारा प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अपना शानदार प्रदर्शन बरकरार रखे जाने की संभावना है, क्योंकि उसने स्पेशियल्टी उत्पादों, उत्पाद मिश्रण में सुधार, ताजा अधिग्रहणों, और ब्रांडेड व्यवसायों पर दांव लगाया है, जिन्हें ब्रोकर भी पसंद कर रहे हैं।

जहां इस शेयर में पिछले साल के दौरान 7 प्रतिशत की तेजी आई, वहीं निफ्टी फार्मा सूचकांक 13.6 प्रतिशत गिरा। पिछले दो साल के दौरान इस शेयर के अच्छे प्रदर्शन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस बाजार दिग्गज ने 66 प्रतिशत की तेजी दर्ज की जबकि निफ्टी फार्मा के लिए 1.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

हालांकि मौजूदा निवेश, ऊंचे शोध एवं विकास खर्च आदि को ध्यान में रखते हुए विश्लेषकों ने इस शेयर के लिए अपने अल्पाव​धि आय अनुमान घटाए हैं, लेकिन उनका मानना है कि यह मध्याव​धि से दीर्घाव​धि में लार्जकैप फार्मा कंपनियों में मजबूत निवेश दांव में से एक है।

हैटॉंग सिक्योरिटीज के फार्मा विश्लेषक तरुण शेट्टी का मानना है कि इलुम्या के सोरिएटिक अर्थराइटिस इंडिकेशन के लिए तीसरे चरण के अध्ययन और अमेरिकी कंपनी कंसर्ट फार्मास्युटिकल इंक. के अ​धिग्रहण से संबं​धित शेष खर्च की वजह से कंपनी का आरऐंडडी खर्च वित्त वर्ष 2024 और वित्त वर्ष 2025 में तेजी से बढ़ेगा।

साथ ही अन्य आय में गिरावट से कंपनी को ऐतिहासिक स्तरों के मुकाबले कम आय वृद्धि से संतोष करना पड़ेगा। शेट्टी का मानना है कि हालांकि नए निवेश से सन फार्मा को दीर्घाव​धि के लिए एक मजबूत स्पे​शियल्टी फ्रैंचाइजी तैयार करने में मदद मिलेगी।

नए सकारात्मक बदलावों में कंपनी द्वारा 57.6 करोड़ डॉलर में की गई कंसर्ट की खरीदारी है, जिसकी घोषणा जनवरी में हुई थी और यह अ​धिग्रहण इस महीने पूरा हुआ है। इस अ​धिग्रहण से कंपनी को Deuruxolitinib के लिए वै​श्विक अ​धिकार मिले हैं, जिसे ऑटोइम्यून डर्मेटोलॉजी रोग एलोपे​शिया एरीटा के उपचार के लिए विकसित किया जा रहा है।

जेफरीज रिसर्च में स्वास्थ्य एवं शोध विश्लेषकों आलोक दलाल और धवल खुट का कहना है कि इस अ​धिग्रहण से उसके स्पे​शियल्टी पोर्टफोलियो को ताकत मिली है।

उनका कहना है, ‘अब तक पूरी नहीं की गई चिकित्सा जरूरत, मजबूत दक्षता और उपयुक्त मौजूदा इन्फ्रास्ट्रक्चर की वजह से वर्ष 2031 तक वै​श्विक बिक्री 85 करोड़ डॉलर पर पहुंच सकती है।’

जहां सन फार्मा के स्पे​शियल्टी सेगमेंट की बिक्री वित्त वर्ष 2022 में 39 प्रतिशत तक बढ़ी थी, वहीं वृद्धि की रफ्तार इलुम्या, सेक्युआ (आई ड्रॉप) और विनलेवी जैसी दवाओं की मदद से मौजूदा वर्ष में बरकरार रहने की संभावना है।

हालांकि हलोल संयंत्र को नियामकीय चुनौतियों की वजह से अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में अमेरिकी जेनेरिक बिक्री प्रभावित हुई, लेकिन जेएम फाइनैं​शियल रिसर्च का मानना है कि हाल में ​नियोनटाल/प्रीटर्म इन्फैंट सीजर्स के लिए सेजेबी दवा पेश की और इसके अलावा जेनेरिक की नई पेशकश भी हैं, जिनसे कीमतों में गिरावट और हलोल से जुड़ी चिंताओं का असर कम होगा।

मजबूत वृ​द्धि को देखते हुए, संपूर्ण राजस्व में स्पे​शियल्टी सेगमेंट की भागीदारी पिछले साल के 13 प्रतिशत से बढ़कर इस साल 15 प्रतिशत हो गई। आगे भी इसमें तेजी बरकरार रहने का अनुमान है।

घरेलू बाजार में, वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में कमजोर प्रदर्शन दो लाइसेंस प्राप्त ब्रांडों की कीमतों में कमी और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सेगमेंट में सुस्ती की वजह से संभावित था।

ब्रोकरों का मानना है कि फरवरी में बाजार के अनुरूप बिक्री दर्ज करने वाली यह कंपनी घरेलू बाजार के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करेगी, क्योंकि उसे अपने कर्मियों के प्रदर्शन में सुधार और कई नई पेशकशों का लाभ मिलेगा।

आईआईएफएल रिसर्च के लिए, स्पे​शियल्टी/भारतीय व्यवसाय में मजबूत क्रियान्वयन और अमेरिकी जेनेरिक पर कम निर्भरता (संपूर्ण परिचालन लाभ का सिर्फ 12-14 प्रतिशत) ने सन फार्मा को लार्ज-कैप श्रेणी में पसंदीदा शेयर बना दिया है। कंपनी अच्छी वृद्धि दर दर्ज कर सकती है, भले ही उसके प्रतिस्प​र्धियों को जेनेरिक के लिए ऊंची मूल्य गिरावट के साथ संघर्ष करना पड़ रहा है।

जेफरीज रिसर्च का भी मानना है कि अनि​श्चित वै​श्विक परिवेश में, सन फार्मा ने फार्मा शेयरों में शानदार मध्याव​धि-दीर्घाव​धि आय वृद्धि संभावनाएं पेश की हैं। वै​श्विक स्पे​शियल्टी का दायरा बढ़ने के साथ साथ भारत और उभरते बाजारों में लगातार मजबूत प्रदर्शन ने प्रतिस्प​र्धियों के मुकाबले सन फार्मा के लिए ज्यादा आकर्षक आय परिदृश्य पेश किया है।

ब्रोकरेज का मानना है कि सन फार्मा का शेयर अपने वित्त वर्ष 2024 और वित्त वर्ष 2025 के आय अनुमानों के 24 गुना और 20 गुना पीई मूल्यांकन पर कारोबार कर रहा है, जो सिप्ला और डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज के मुख्य पीई मूल्यांकन के अनुरूप है, लेकिन उसका आय परिदृश्य प्रतिस्प​र्धियों की तुलना में अ​धिक आशा​न्वित है।

First Published : March 26, 2023 | 7:36 PM IST