नैसकॉम-जिनोव के एक हालिया अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 3,600 से अधिक डीपटेक स्टार्टअप कंपनिया हैं और वैश्विक डीपटेक परिवेश में छठे स्थान पर है।
‘डंडियाज टीपटेक डॉनः फोर्जिंग अहेड’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि 3,600 डीपटेक में से 480 से अधिक डीपटेक स्टार्टअप कंपनियां सिर्फ कैलेंडर वर्ष 2023 में खुली हैं। यह साल 2022 के मुकाबले दोगुना अधिक है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 100 से ज्यादा डीपटेक कंपनियों ने नए डोमेन में बौद्धिक संपदा अथवा अनूठे समाधान तैयार किए हैं। उल्लेखनीय है कि साल 2023 में स्थापित की गईं 74 डीपटेक स्टार्टअप आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) पर केंद्रित हैं, जिसमें साल 2014 से साल 2022 की अवधि में 62 फीसदी से अधिक वृद्धि हुई है।
देश को वैश्विक एआई प्रतिभा और डेवलपरों के सबसे बड़े केंद्र के तौर पर देखा जा रहा है मगर डीपटेक के मामले में भारत दुनिया भर में छठे स्थान पर है।
नैसकॉम डीपटेक की प्रमुख कृतिका मुरुगेसन ने कहा, ‘भारत को शीर्ष डीपटेक स्टार्टअप परिवेश में शामिल होने के लिए प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान देने की जरूरत है। इसमें, उत्पाद तैयार करने और क्षमता बढ़ाने के लिए डीपटेक स्टार्टअप में पूंजी तक पहुंच, अगली पीढ़ी के नवाचार के लिए शिक्षा जगत के साथ मजबूत आरऐंडडी साझेदारी, स्टार्टअप के लिए सरकारी व्यवस्था को सुव्यवस्थित करना शामिल है।’
रिपोर्ट के मुताबिक, कैलेंडर वर्ष 2023 में भारतीय डीपटेक स्टार्टअप कंपनियों में एक साल पहले के मुकाबले रकम जुटाने के मामले में 77 फीसदी की गिरावट देखी गई और कुल 85 करोड़ डॉलर का ही निवेश मिला।